कमाई का ताना बना कारण या थी कोई और वजह? राधिका यादव केस के 3 अनसुलझे सवाल
गुरुग्राम में टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की उसके पिता ने हत्या कर दी गई, जिससे पूरे समाज में शोक की लहर पड़ गई है. पुलिस पूछताछ में पिता ने बेटी की कमाई को लेकर ताने सुनने की बात कही, लेकिन कई सवालों ने इस कहानी को संदिग्ध बना दिया है.

Radhika Yadav Tennis Player: इस दिल दहलाने वाली घटना में राधिका के पिता दीपक यादव ने अपनी ही बेटी को पांच गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया. यह वारदात न केवल खेल जगत के लिए एक बड़ा झटका है, बल्कि समाज में रिश्तों की गहराई और मानव समाज पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है. पुलिस ने दीपक यादव को उनके घर से गिरफ्तार किया, जहां इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. पूछताछ में दीपक ने दावा किया कि वह राधिका की कमाई को लेकर सुनाए गए तानों से तंग आ चुका था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया. लेकिन उनकी इस कहानी में कई विरोधाभास सामने आए हैं, जो इस मामले को और रहस्यमयी बनाते हैं.
बेटी की कमाई पर ताने क्यों, जब पिता खुद था आर्थिक रूप से सक्षम?
दीपक यादव कोई साधारण व्यक्ति नहीं था; खबरों के अनुसार, वह लाखों रुपये की कमाई करता था. फिर सवाल उठता है कि आर्थिक रूप से सक्षम होने के बावजूद वह अपनी बेटी राधिका की कमाई को लेकर तानों की बात क्यों कह रहा है? क्या यह केवल उसका अहंकार था या मानसिक असंतुलन का परिणाम? कुछ रिश्तेदारों ने बताया कि राधिका की बढ़ती सफलता से दीपक के मन में असुरक्षा की भावना घर कर गई थी. “राधिका की कामयाबी को देखकर दीपक को कभी-कभी लगता था कि वह उसकी छाया में दब रहा है,” एक रिश्तेदार ने नाम न छापने की शर्त पर बताया. क्या यह असुरक्षा ही इस हत्याकांड की जड़ थी, या इसके पीछे कोई और गहरी साजिश है?
गांव वालों का ताना
दीपक ने पुलिस पूछताछ में कहा कि उसे गांव वालों से राधिका की कमाई को लेकर ताने सुनने पड़े थे. लेकिन जब पुलिस ने गांव में जांच की, तो एक चौंकाने वाला सच सामने आया. गांव वालों ने बताया कि दीपक यादव “कई वर्षों से गांव आया ही नहीं था.” ऐसे में सवाल उठता है कि जब वह गांव गया ही नहीं, तो ताने सुनने की बात कहां से आई? “हमने तो दीपक को सालों से नहीं देखा, फिर ताने की बात कहां से आई?” एक ग्रामीण ने हैरानी जताते हुए कहा. यह विरोधाभास दीपक के दावे पर सवालिया निशान लगाता है और इस हत्याकांड की गुत्थी को और उलझाता है.
मां की चुप क्यों?
लिखित बयान से क्यों कर रही हैं परहेज?इस मामले का सबसे रहस्यमयी पहलू है राधिका की मां का रवैया. उन्होंने अब तक पुलिस को कोई लिखित बयान नहीं दिया है. पुलिस ने उनसे कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह केवल मौखिक बातचीत तक सीमित रहीं और आधिकारिक बयान देने से बचती रहीं. वह बार-बार कहती हैं कि उन्हें कुछ नहीं कहना, लेकिन यह चुप्पी कई सवाल खड़े करती है, एक पुलिस अधिकारी ने बताया. क्या राधिका की मां कुछ छिपा रही हैं, या वह इस सदमे से उबर नहीं पा रही हैं? उनकी इस चुप्पी ने जांच को और जटिल बना दिया है.
जांच में जुटी पुलिस, सच्चाई का इंतजार
पुलिस इस हत्याकांड की गहन जांच में जुटी है और हर पहलू को बारीकी से खंगाल रही है. दीपक यादव के दावों में मौजूद विरोधाभास, राधिका की मां की चुप्पी और इस मामले से जुड़े तमाम सवालों ने इसे एक जटिल पहेली बना दिया है. समाज और खेल जगत राधिका को खोने के गम में डूबा है, और सभी की नजरें अब इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस इस गुत्थी को कैसे सुलझाती है.


