Ayodhyanama की ताजा ख़बरें
Friday, 26 January 2024
राम मंदिर : इन ट्रेनों और फ्लाइट से पहुंच सकते हैं अयोध्या, इन होटलों में मिल जाएंगे सस्ते कमरे
Sunday, 21 January 2024
अयोध्यानामा : आडवाणी के लिए किसने बनवाया था रथ, जिस पर वो अयोध्या के लिए निकले थे?
Saturday, 20 January 2024
Ayodhyanama : अयोध्या के मौजूदा राजा कौन हैं? जो आज भी राजसी ठाठबाट से रहते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के मौजूदा राजा को राम मंदिर निर्माण और देखरेख के लिए श्री रामजन्म भूमि तीर्थ का ट्रस्टी बनाया है. इस ट्रस्ट में कुल 15 सदस्यों को शामिल किया गया है. इनमें एक ट्रस्टी अयोध्या राजवंश से हैं.
Saturday, 20 January 2024
Explainer : अयोध्या पर फैसला देने वाले पांचों जज अब क्या कर रहे हैं? किसके पास कौन सा पद है
Ayodhyanama : अयोध्या के रामलला जन्मभूमि मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के पांचों जजों को 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए न्योता मिला है. वर्तमान में ये पांचों जज किस पद पर और कहां हैं इनके बारे में जानते हैं.
Friday, 19 January 2024
प्रभु राम और माता सीता की कुलदेवी कौन हैं? अयोध्या में राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा से क्या है इनका नाता
अयोध्यानामा : ऐसी मान्यता है कि माता सीता विवाह के बाद जब जनकपुरी से अयोध्या आईं तो माता पार्वती की प्रतिमा अपने साथ में लेकर आईं थीं. माता सीता प्रतिदिन मां पार्वती की पूजा करती थीं.
Friday, 19 January 2024
अयोध्यानामा : माता कैकेयी ने भगवान राम के लिए क्यों मांगा था वनवास? जानें इसके पीछे की रोचक कहानी
रामायण में भगवान श्रीराम के लिए माता कैकेयी के द्वारा चौदह वर्ष का वनवास मांगने की कथा का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है. माता कैकेयी राम जी को अपने पुत्र भरत से भी ज्यादा प्रेम करती थीं तो क्या सिर्फ मंथरा के कहने से उन्होंने भगवान राम के लिए चौदह वर्षों का वनवास कैसे मांग था.
Thursday, 18 January 2024
अयोध्यानामा : बाबरी मस्जिद विध्वंस की स्क्रिप्ट लिखने वाले विनय कटियार 22 जनवरी को अयोध्या क्यों नहीं जा रहे!
Ayodhyanama : अयोध्या कांड में विनय कटियार की एंट्री साल 1984 में होती है. विनय कटियार उस वक्त राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक सदस्य थे. साल 1984 में संघ और विश्व हिंदू परिषद ने बजरंग दल की स्थापना की थी.
Tuesday, 16 January 2024
बाबा अभिराम दास कौन थे जिन्होंने पहली बार राम लला की मूर्ति बाबरी मस्जिद के अंदर रखी? पढ़ें पूरी कहानी
बाबा अभिराम दास हमेशा रामजन्म भूमि में राम लला की मूर्ति स्थापित करने की बात करते थे. वह हठी और लड़नेृ- भिड़ने में माहिर थे. राम लला के लिए कोई मौका चूकना नहीं चाहते थे. 22-23 दिसंबर 1949 की रात बाबरी ढांचे के नीचे वो राम लाल की मूर्ति को टोकरी में लेकर पहुंचे और स्थापित कर दिया.
Tuesday, 16 January 2024
अयोध्यानामा : रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले प्रायश्चित पूजा क्यों की जा रही है? क्या होता है यह अनुष्ठान
Ayodhyanama : प्रायश्चित पूजा वह विधि होती है, जिसमें शारीरिक, आंतरिक, मानसिक और बाह्य इन तीनों तरीके से प्रायश्चित किया जाता है. धार्मिक जानकारों के अनुसार वाह्य प्रायश्चित के लिए 10 विधि स्नान किया जाता है.
Monday, 15 January 2024
अयोध्यानामा : राम अकेले नहीं इतने हजार करोड़ के निवेश के साथ आ रहे हैं अयोध्या, ये कंपनियां लगाने जा रही हैं पैसा
Ayodhyanama : अयोध्या में राम के आगमन को हिंदू धर्म के चश्मे से देखेंगे तो इस दिन उनके आराध्य प्रभु राम अयोध्या आ रहे हैं, लेकिन एक राष्ट्र के चश्मे से देखेंगे तो वहां विकास की एक नई बयार आती दिखेगी. राम मंदिर का उद्घाटन अयोध्या और आस-पास के जिलों के विकास की रफ्तार में एक बुस्टर डोज देने का काम करने जा रहा है.
Sunday, 14 January 2024
अयोध्यानामा : कहानी बाबरी के आखिर इमाम गफ्फार की, जिन्होंने मस्जिद के अंदर मूर्ति रखने का दर्ज कराया था केस
Ayodhyanama : इमाम गफ्फार बाबरी मस्जिद के लिए लड़ने वाले आखिरी इमाम हाजी थे, जिन्हें 1949 में ही अंदेशा हो गया था कि राम मंदिर आंदोलन देश में तूल पकड़ेगा और इसको लेकर देश भर में दंगे होंगे. हाजी अब्दुल गफ्फार का निधन 1990 में हो गया था.
Saturday, 13 January 2024
अयोध्यानामा : पंडित नेहरू को इस अधिकारी ने अयोध्या आने से रोक दिया था, गंवानी पड़ी नौकरी, बाद में बना सांसद
Ayodhyanama:अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है. अयोध्या में नागर शैली में बने राम मंदिर में राम लला हमेशा के लिए गद्दी पर बैठने वाले हैं.
अयोध्या में मंदिर और मस्जिद की लड़ाई कई सौ साल तक चली.
Thursday, 11 January 2024
अयोध्यानामा : बाबरी मस्जिद विध्वंस पर PM के सामने रोने लगे थे मंत्री, बाद में बने कांग्रेस अध्यक्ष
Ayodhyanama : गुलाम नबी आजाद अपनी आत्मकथा "आजाद" में लिखते हैं कि 6 दिसंबर को जब अयोध्या में बाबरी विध्वंस के बारे में सुना तो मैंने फौरन पीएम और गृह मंत्री से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन दोनों से बात नहीं हो पाई.