माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी का बड़ा झटका, परफॉर्मेंस खराब तो कर्मचारियों की जाएगी नौकरी!
माइक्रोसॉफ्ट ने खराब प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकालना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही, मुआवजा और हेल्थकेयर बेनेफिट्स भी रोक दिए हैं. छंटनी लागत कम करने के उद्देश्य से कई विभागों में की जा रही है. अगर निकाले गए कर्मचारी फिर से नौकरी के लिए आवेदन करते हैं, तो उनका पिछला प्रदर्शन और कारण ध्यान में रखा जाएगा.

टेक इंडस्ट्री में छंटनी का दौर अभी भी खत्म नहीं हुआ है. अमेजन के बाद अब माइक्रोसॉफ्ट ने भी खराब प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जो कर्मचारी कंपनी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे थे, उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है.
मुआवजा नहीं देगी कंपनी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, माइक्रोसॉफ्ट ने प्रभावित कर्मचारियों को स्पष्ट कर दिया है कि टर्मिनेशन नोटिस मिलते ही उनकी कंपनी के ऑफिस और सिस्टम से एक्सेस हटा दी जाएगी. कई कर्मचारियों ने पुष्टि की है कि छंटनी के बाद उन्हें किसी भी प्रकार का मुआवजा नहीं दिया गया है. इसके अलावा, उन्हें मिलने वाले हेल्थकेयर बेनेफिट भी रोक दिए गए हैं.
कई विभागों में कटौती
माइक्रोसॉफ्ट केवल परफॉर्मेंस के आधार पर ही नहीं, बल्कि लागत कम करने के मकसद से भी कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. सिक्योरिटी, गेमिंग, डिवाइसेस और सेल्स टीमों से भी लोगों को निकाला जा रहा है.
दोबारा नौकरी के लिए करना होगा परफॉर्मेंस का सामना
माइक्रोसॉफ्ट ने टर्मिनेशन लेटर में साफ कर दिया है कि यदि कोई निकाला गया कर्मचारी दोबारा जॉब के लिए अप्लाई करता है, तो उसके पुराने प्रदर्शन और टर्मिनेशन के कारणों को ध्यान में रखा जाएगा. इससे उन कर्मचारियों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जो भविष्य में कंपनी में दोबारा नौकरी करने की योजना बना रहे थे.
सीनियर कर्मचारियों पर भी गिरी गाज
इस बार कंपनी ने छंटनी के लिए पहले से ज्यादा आक्रामक रणनीति अपनाई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीनियर कर्मचारियों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि अब बड़े पदों पर भी परफॉर्मेंस को सख्ती से आंका जा रहा है. हालांकि, भविष्य में माइक्रोसॉफ्ट फिर से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने पर विचार कर रही है. फिलहाल कंपनी में 2.28 लाख से अधिक फुल-टाइम कर्मचारी कार्यरत हैं.