कौन हैं जेम्स हैरिसन? जिनके खून से 20 लाख बच्चों की बचाई गई जान, 88 साल की उम्र में हुआ निधन
ऑस्ट्रेलिया के जेम्स हैरिसन का 88 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने 18 से 81 साल तक 1,000 से ज्यादा बार रक्तदान किया, जिससे 2 मिलियन से ज्यादा बच्चों की जान बचाई. उनकी दानवीरता और योगदान को दुनिया भर में सराहा जाएगा, और उनका योगदान जीवनभर याद किया जाएगा.

ऑस्ट्रेलिया के गोल्डन आर्म वाले जेम्स हैरिसन का निधन 88 साल की उम्र में हुआ. इस बात की जानकारी, ऑस्ट्रेलियाई रेड क्रॉस संगठन लाइफब्लड के द्वारा जारी किए गए एक बयान में दी गई हैं. जेम्स हैरिसन, जिन्हें दुनिया के सबसे बड़े रक्त दाताओं में से एक माना जाता है, उन्होंने अपने जीवनकाल में 2 मिलियन से ज्यादा बच्चों की जान बचाई. उनका योगदान पूरी दुनिया में अनमोल रहेगा. जेम्स हैरिसन का निधन न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया के एक नर्सिंग होम में हुआ.
दरअसल, जेम्स हैरिसन के रक्त में पाया जाता था एक दुर्लभ एंटीबॉडी, Anti-D, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जिनके रक्त में उनके अजन्मे बच्चों के लिए खतरा हो सकता है. जेम्स हैरिसन का योगदान ना केवल ऑस्ट्रेलिया, बल्कि दुनिया भर में अमूल्य है.
18 साल से लेकर 81 साल तक निरंतर सेवा
जेम्स हैरिसन ने 14 साल की उम्र में अपनी पहली रक्तचाप सर्जरी के दौरान रक्तदान प्राप्त किया था और उसी समय उन्होंने ये ठाना कि वे समाज के प्रति अपना योगदान देंगे. 18 साल की उम्र से लेकर 81 साल तक, उन्होंने 1000 से ज्यादा बार रक्तदान किया. उनके रक्त ने गर्भवती महिलाओं को दवाइयां देने में मदद की, जिससे लाखों बच्चों की जान बच सकीं.
सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि
जेम्स हैरिसन के निधन पर सोशल मीडिया पर लोग श्रद्धांजलि देने लगे. एक ने लिखा- मैं नियमित रूप से रक्तदान करता हूं, हर 3 महीने में. हालांकि, मैं हैरान हूं कि एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति, जेम्स हैरिसन, 18 से 81 साल की उम्र तक हर दो हफ्ते में रक्तदान करता था. उसने 2 मिलियन से ज्यादा बच्चों की जान बचाई. वो अब 88 साल की उम्र में हमें छोड़कर चला गया. उनकी आत्मा शांति से विश्राम करे!
जेम्स हैरिसन की बेटी और उनके रक्त प्राप्तकर्ता, ट्रेसी मेलोशिप ने कहा कि जेम्स दिल से एक मानवतावादी थे, लेकिन साथ ही बहुत मजाकिया भी थे. अपने आखिरी सालों में, उन्हें गर्व था कि वो दो सुंदर पोते-पोतियों, ट्रे और ऐडिसन के दादा बन चुके थे. आगे कहा कि मेरे लिए, वो एक अद्भुत पिता थे और उनकी दानवीरता के कारण हमारी फैमिली अस्तित्व में आ सकी.


