ट्रंप के टैरिफ धमाके से भारतीय शेयर मार्केट में सन्नाटा! बाजार में उतार-चढ़ाव तेज होने की संभावना
भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को कमजोर शुरुआत करने की तैयारी में हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय सामान पर 50% टैरिफ लगाने के संकेत से निवेशकों की चिंता बढ़ गई है. गिफ्ट निफ्टी 71 अंक टूटकर 24,916 पर ट्रेड कर रहा है, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी के लिए दबाव भरे दिन के आसार हैं.

Trump Tariff Effect on Indian Share Market: भारतीय शेयर बाजार मंगलवार, 26 अगस्त को कमजोर शुरुआत करने जा रहा है. इसका कारण है अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत से आने वाले सामान पर 50% टैरिफ लगाने का प्रस्ताव. सुबह 8:15 बजे गिफ्ट निफ्टी 24,916 पर ट्रेड कर रहा था, जो 71 अंक या 0.31% नीचे था. इससे संकेत मिल रहा है कि सेंसेक्स और निफ्टी आज कमजोर ओपनिंग कर सकते हैं.
ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में ऐलान किया था कि अमेरिका भारत से आने वाले सामान पर टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 50% करेगा. उन्होंने इसका कारण भारत द्वारा रूस से तेल की खरीद बताई थी. यह कदम रूस पर दबाव बढ़ाने और उसकी ऊर्जा आपूर्ति को सीमित करने के उद्देश्य से उठाया गया है.
सोमवार को बाजार में हल्की बढ़त
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी 25 अगस्त को निफ्टी और सेंसेक्स ने छुट्टी के कारण छोटे हफ्ते की सकारात्मक शुरुआत की थी. अमेरिकी फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल के नरम रुख ने ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें जगाईं, जिससे ग्लोबल बाजारों में भी उत्साह देखने को मिला.
निफ्टी के लिए अहम स्तर
निफ्टी फिलहाल 24,800 के अहम सपोर्ट पर टिके हुए है. इंडेक्स का स्विंग हाई 25,150 और स्विंग लो 24,850 के बीच बना हुआ है, जो सीमित बढ़त और लंबे समय तक कंसॉलिडेशन का संकेत देता है. ऊपरी स्तरों पर कॉल राइटिंग और निचले स्तरों पर पुट ऑप्शंस की खरीदारी यह साफ करती है कि बाजार अभी साइडवेज मूड में है.
फिलहाल रणनीति राइज पर सेल की ही बनी हुई है. 25,100 के ऊपर ब्रेकआउट या 24,800 के नीचे ब्रेकडाउन पर ही अगली बड़ी चाल तय होगी.
बैंक निफ्टी का हाल
विशेषज्ञों के मुताबिक, "डेली चार्ट पर निफ्टी बैंक इंडेक्स 200-डे मूविंग एवरेज को छोड़कर बाकी सभी महत्वपूर्ण मूविंग एवरेज से नीचे बना हुआ है. यह दर्शाता है कि ऊपरी स्तरों पर रिकवरी की कोशिशें सीमित हैं. इंडेक्स 54,905 के हालिया स्विंग लो के करीब टिके हुए हैं, जो फिलहाल सपोर्ट बना हुआ है. इसके नीचे जाने पर इंडेक्स 54,600 तक गिर सकता है, जो 127.8% फिबोनैचि एक्सटेंशन के पास आता है."
उन्होंने आगे कहा, "जब तक इंडेक्स शॉर्ट-टर्म एवरेज से ऊपर नहीं निकलता, तब तक ट्रेंड कमजोर ही रहेगा. फिलहाल सपोर्ट 54,900 और 54,600 पर है, जबकि रेजिस्टेंस 55,500–55,600 पर कायम है. जब तक ये स्तर पार नहीं होते, बाजार में शॉर्ट-टर्म चाल उतार-चढ़ाव भरी और कमजोर बनी रहेगी."
वोलैटिलिटी और PCR का संकेत
India VIX सोमवार को 11.76 पर बंद हुआ. अगर यह 12.50 से ऊपर जाता है तो आने वाले दिनों में उतार-चढ़ाव और बढ़ सकता है.
Put-Call Ratio (PCR) 0.52 से घटकर 0.50 पर आ गया है, जो कॉल ऑप्शंस की बढ़त और सेलिंग प्रेशर को दिखाता है. हालांकि, लो PCR यह भी संकेत देता है कि शॉर्ट-टर्म में एक टेक्निकल बाउंसबैक देखने को मिल सकता है.
कुल मिलाकर, ट्रंप के टैरिफ संकेतों और ग्लोबल आर्थिक परिस्थितियों के बीच भारतीय बाजारों का रुख फिलहाल साइडवेज और वोलैटाइल बना रह सकता है. ट्रेडर्स को स्पष्ट दिशा के लिए 24,800 और 25,150 के स्तरों पर नजर रखनी होगी.
DISCLAIMER: इस खबर में दी गई जानकारी और निवेश से जुड़ी राय विशेषज्ञों की निजी राय है. निवेशकों को सलाह दी जाती है कि किसी भी प्रकार का निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या प्रमाणित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें. JBT की इस संबंध में कोई जिम्मेदारी नहीं होगी.


