नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई मनोज बाजपेयी की फिल्म इंस्पेक्टर झेंडे, पढ़ें रिव्यू
मनोज बाजपेयी और जिम सार्भ की जोड़ी नेटफ्लिक्स की नई फिल्म इंस्पेक्टर झेंडे में दर्शकों को क्राइम और कॉमेडी से भरपूर सफर पर ले जाती है. फिल्म की कहानी 70–80 के दशक की मुंबई की पृष्ठभूमि पर आधारित है.

Inspector Zende Review: मनोज बाजपेयी और जिम सार्भ की जोड़ी नेटफ्लिक्स की नई फिल्म इंस्पेक्टर झेंडे में दर्शकों को क्राइम और कॉमेडी से भरपूर सफर पर ले जाती है. फिल्म की कहानी 70–80 के दशक की मुंबई की पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसमें अपराध, रहस्य और हास्य का दिलचस्प मिश्रण दिखाया गया है.
सच्ची घटनाओं से प्रेरित यह फिल्म इंस्पेक्टर मधुकर झेंडे (मनोज बाजपेयी) और खतरनाक सीरियल किलर कार्ल भोजराज (जिम सार्भ) के बीच की रोमांचक भिड़ंत को दर्शाती है. भोजराज तिहाड़ जेल से फरार होकर लगातार हत्याएं करता है और झेंडे का मिशन है उसे पकड़ना, ताकि मुंबई पुलिस की साख बची रह सके.
चालाक पुलिस अफसर के रूप में मनोज
अभिनय की बात करें तो मनोज बाजपेयी एक जुगाड़ू और चालाक पुलिस अफसर के किरदार में बेहद प्रभावशाली दिखते हैं. उनकी डायलॉग डिलीवरी और हावभाव हर सीन में जान डालते हैं. दूसरी ओर जिम सार्भ, भोजराज के रोल में रहस्य और डर का शानदार मिश्रण पेश करते हैं. सपोर्टिंग कास्ट में सचिन खेडेकर, गिरिजा ओक और भालचंद्र कदम भी कहानी को मजबूती प्रदान करते हैं.
थ्रिल और सस्पेंस से भरा बैकग्राउंड म्यूजिक
निर्देशक चिन्मय मांडलेकर ने फिल्म को हल्के-फुल्के अंदाज में पेश किया है ताकि इसकी गंभीरता दर्शकों को बोझिल न लगे. 70–80 के दशक की मुंबई की गलियां, पुलिस थाने और उस दौर की लोकल जिंदगी को बारीकी से चित्रित किया गया है. बैकग्राउंड म्यूजिक भी थ्रिल और सस्पेंस को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है.
मनोज बाजपेयी का दमदार अभिनय
फिल्म की खासियत मनोज बाजपेयी का दमदार अभिनय, कॉमेडी और थ्रिल का संतुलन व पुराने मुंबई की झलक है. कुछ शार्प डायलॉग्स भी दर्शकों का ध्यान खींचते हैं. हालांकि, कहानी की रफ्तार बीच-बीच में धीमी पड़ जाती है और कुछ सीक्वेंस लंबे लगते हैं. साथ ही, सहायक किरदारों को और बेहतर तरीके से विकसित किया जा सकता था.
रोमांच, सस्पेंस और हंसी का मिश्रण
कुल मिलाकर इंस्पेक्टर झेंडे परफेक्ट फिल्म भले न हो, लेकिन यह मनोरंजन जरूर देती है. इसमें रोमांच, सस्पेंस और हंसी का मिश्रण है. खासकर मनोज बाजपेयी के फैंस के लिए यह फिल्म देखने लायक है, जो उन्हें पूरी तरह संतुष्ट करेगी.


