नौशीन अली सरदार ने साझा की निजी संघर्ष की कहानी, धर्म के आधार पर शादी के प्रस्ताव से इनकार का किया खुलासा
अभिनेत्री नौशीन अली सरदार ने खुलासा किया कि सेलिब्रिटी मैचमेकर सीमा तपारिया ने उनके धर्म के आधार पर उन्हें जीवनसाथी ढूंढ़ने से मना कर दिया. नौशीन ने इस सोच को संकीर्ण बताते हुए महिलाओं के प्रति शो में दिखाए गए पुराने नजरिए पर भी सवाल उठाए.

‘कुसुम’ जैसे लोकप्रिय टीवी शो में मुख्य भूमिका निभा चुकीं अभिनेत्री नौशीन अली सरदार ने हाल ही में एक व्यक्तिगत अनुभव साझा किया है, जिसने कई लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया. सिद्धार्थ कन्नन के यूट्यूब इंटरव्यू में नौशीन ने बताया कि नेटफ्लिक्स की रियलिटी सीरीज़ ‘इंडियन मैचमेकिंग’ की चर्चित मैचमेकर सीमा तपारिया ने उनसे सहयोग करने से इनकार कर दिया और इसकी वजह उनका "धार्मिक पहचान" होना बताया गया.
कोविड काल के दौरान का वाकया
नौशीन ने बताया कि यह वाकया कोविड काल के दौरान का है. उनकी बहन ने उन्हें जीवनसाथी ढूंढने में मदद के लिए प्रेरित किया और सीमा तपारिया से संपर्क साधा. हालांकि, नौशीन को तब हैरानी हुई जब उन्हें तपारिया की ओर से यह जवाब मिला: “आप मुस्लिम हैं, इसलिए हम आपके लिए जीवनसाथी नहीं ढूंढ सकते.” नौशीन ने इस जवाब को बेहद बेतुका और अपमानजनक बताया और कहा कि वह इस पर सिर्फ हंस ही सकती थीं.
इस्लाम का सक्रिय रूप से नहीं करती पालन
उन्होंने यह भी कहा कि वह इस्लाम का सक्रिय रूप से पालन नहीं करतीं. उनके पिता पंजाबी और मां ईरानी थीं और वह कैथोलिक माहौल में बड़ी हुईं. उनका सपना किसी ऐसे जीवनसाथी से शादी करने का था जो कैथोलिक, पंजाबी या सिख पृष्ठभूमि से हो. उन्होंने इस बात पर निराशा जताई कि किसी की पहचान को इतनी संकीर्ण सोच के आधार पर जज करना न केवल गलत है बल्कि समाज के लिए खतरनाक संकेत भी है.
नौशीन ने ‘इंडियन मैचमेकिंग’ शो में महिलाओं के प्रति सीमित सोच पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि शो में अक्सर महिलाओं को “चुप रहने” या “आंखें नीची रखने” जैसी सलाह दी जाती है, जो आज के दौर में पूरी तरह अप्रासंगिक है.
43 वर्षीय नौशीन अली सरदार ने ‘कुसुम’ के अलावा ‘अलिफ लैला’, ‘हातिम’, ‘बींद बनूंगी घोड़ी चढ़ूंगी’ जैसे शोज़ और कुछ फिल्मों में भी काम किया है. वह ‘खतरों के खिलाड़ी’ और ‘ज़ोर का झटका’ जैसे रियलिटी शोज़ में भी नजर आ चुकी हैं.


