मौसम ने लगाया अमरनाथ यात्रा पर ब्रेक!

5 दिन पहले यानी 30 जून को अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हुई है। कोरोना की वजह से दो साल से शिवभक्त बर्फानी बाबाब के दर्शन को तरस गए थे।

Janbhawana Times
Janbhawana Times

5 दिन पहले यानी 30 जून को अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हुई है। कोरोना की वजह से दो साल से शिवभक्त बर्फानी बाबाब के दर्शन को तरस गए थे। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने इस साल यात्रा 30 जून से शुरू करवाया लेकिन पांच दिन बाद ही बारिश ने यात्रा पर ब्रेक लगा दिया। जम्मू और कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन पर अस्थायी रोक लगा दी गई है जिसकी वजह मौसम और बारिश बताई जा रही है। प्रशासन ने बताया कि खराब मौसम के चलते बालटाल और पहलगाम में अस्थाई रूप से यात्रा को रोका गया है। मौसम साफ होने के बाद ही यात्रा पर जाने की अनुमति दी गई है।

मौसम विभाग ने कश्मीर घाटी में अगले 24 से 36 घंटे बारिश का अलर्ट जारी किया है। घाटी में देर रात से लगातार बारिश हो रही है। बता दें जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में अमरनाथ यात्रा 2022 के पहले चार दिनों में कुल 40,233 यात्रियों ने पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन किए। अधिकारियों ने रविवार को ये जानकारी दी थी। अधिकारियों ने कहा थी कि 30 जून को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 40,233 तीर्थयात्री ने गुफा मंदिर के दर्शन किए। इससे पहले कड़ी सुरक्षा के बीच 6,300 से अधिक तीर्थयात्रियों का छठा जत्था दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए मंगलवार को रवाना हुआ।

अधिकारियों ने बताया कि केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल की कड़ी सुरक्षा के बीच 239 वाहनों में कुल 6,351 तीर्थयात्री यहां भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हुए। इनमें 4,864 पुरुष, 1,284 महिलाएं, 56 बच्चे, 127 साधु, 19 साध्वी और एक ट्रांसजेंडर शामिल है। उन्होंने बताया कि बालटाल आधार शिविर के लिए जाने वाले 2,028 तीर्थयात्री 88 वाहनों में तड़के करीब तीन बजकर 35 मिनट पर सबसे पहले रवाना हुए इसके बाद कश्मीर में पहलगाम शिविर के लिए 4,323 तीर्थयात्रियों को लेकर 151 वाहनों का दूसरा काफिला रवाना हुआ।

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर के नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर के बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी। अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी। बता दें कि 2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने से ठीक पहले अमरनाथ यात्रा बीच में ही रद्द कर दी गई थी तब जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य होने का दर्जा खत्म करके उसे दो केंद्र शासित प्रदेश में विभाजित कर दिया गया था। इसके बाद कोरोना महामारी चली आई जिसकी वजह से दो साल से यात्रा स्थगित रही। 2021 में 56 दिनों की यात्रा की घोषणा हुई थी, लेकिन कोरोना की वजह से बाद में उस घोषणा को वापस लेना पड़ा।

calender
05 July 2022, 07:10 PM IST

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो