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'देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने की साजिश…', पहलगाम आतंकी हमले पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की निंदा

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की मुस्लिम उलेमाओं ने कड़ी निंदा की. इसे इस्लाम को बदनाम करने की साजिश बताते हुए कहा कि ये देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने की कोशिश है.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने देश को हिला कर रख दिया. आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों पर हमला करते हुए एक नया पैटर्न अपनाया, जिसमें उन्होंने पहले पर्यटकों से उनका धर्म पूछा, फिर कलमा और अजान सुनाने के लिए कहा और अंत में उन्हें गोली मार दी. देशभर के मुस्लिम उलेमाओं ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे इस्लाम को बदनाम करने की एक साजिश बताया है.

उन्होंने ये भी कहा है कि इस तरह की घिनौनी हरकतों से सिर्फ इस्लाम को ही नुकसान होता है और ये देश में हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाने का एक तरीका है.

शिया मौलाना सैयद सैफ अब्बास नकवी का बयान

शिया मौलाना सैयद सैफ अब्बास नकवी ने इस हमले की घोर निंदा करते हुए कहा कि इस्लाम किसी भी निर्दोष व्यक्ति की हत्या की अनुमति नहीं देता. उन्होंने कहा कि इस्लाम में किसी की भी खून बहाने की इजाजत नहीं है, वो चाहे किसी भी धर्म का हो. इस हमले में जो पैटर्न अपनाया गया है, वो पाकिस्तान के पाराचिनार की घटना से मिलता-जुलता है, जहां आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर लोगों को निशाना बनाया.

उन्होंने ये भी कहा कि इस तरह की घटनाओं से देश का माहौल खराब होता है और सिर्फ मुसलमानों को ही नुकसान पहुंचता है. उन्होंने चेतावनी दी कि हमें इस तरह की विचारधाराओं के खिलाफ खड़ा होना चाहिए, ताकि देश में तालिबानी मानसिकता को फैलने से पहले ही कुचला जा सके. 

मौलाना अरशद मदनी की प्रतिक्रिया

जमीअत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने भी पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने इसे देश की शांति और सद्भाव के लिए खतरे की घंटी बताया. आगे कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा करने से समाज में केवल घृणा और नफरत फैलती है. इस हमले ने साबित कर दिया कि आतंकवादियों का मकसद सिर्फ शांति को नष्ट करना है.

उन्होंने प्रशासन की विफलता को भी जिम्मेदार ठहराया, जो आतंकवादी ताकतों के नापाक इरादों को विफल करने में असफल रहे. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर किसी भी अपराध को बढ़ावा देना देश के लिए खतरे की बात है.

जमात-ए-इस्लामी हिंद का बयान

जमात-ए-इस्लामी हिंद के एजाज अहमद असलम ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा इस्लाम का नाम लेकर हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे पैगंबर ने हमेशा अमन और शांति का संदेश दिया. किसी भी हिंसा के लिए इस्लाम का नाम लेना गलत है. एजाज ने ये भी कहा कि इस्लाम में किसी बेगुनाह की हत्या करना पूरे इंसानियत की हत्या के बराबर है.

एमजे खान का बयान

इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेसिव एंड रिफॉर्म के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमजे खान ने पहलगाम हमले को लेकर चिंता जताई और इसे कश्मीर में आतंकवाद के नए रंग के रूप में देखा. उन्होंने कहा कि कश्मीर में पिछले कुछ सालों में सुधार हो रहा था, लेकिन अब इस हमले से धार्मिक रंग दिया गया है, जिससे पूरे देश का माहौल खराब हो सकता है.

मौलाना अब्दुल हामिद नोमानी की प्रतिक्रिया

मौलाना अब्दुल हामिद नोमानी ने भी इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने धर्म के नाम पर हिंसा की है, जो पूरी तरह से इस्लाम और मानवता के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकतों से ना केवल इस्लाम बदनाम होता है, बल्कि समाज में तनाव और नफरत भी फैलती है. 

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23 April 2025, 05:25 PM IST

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