'भारत की लड़ाई हमारी भी है', पहलगाम हमले पर ट्रंप का बड़ा बयान
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत की. ट्रंप ने हमले की निंदा की और कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ है. उन्होंने पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस हमले में कई मासूम पर्यटकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इस दुखद घटना के बाद भारत ने सख्त कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है.
हमले के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर पहुंच गए हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत हुई.
अमेरिका का समर्थन
राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर पहलगाम में हुए हमले पर गहरा दुख जताया. उन्होंने हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है. अमेरिका हर संभव मदद देने के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि इस नृशंस हमले को अंजाम देने वालों को सजा जरूर दी जाएगी.
ट्रंप का फोन कॉल क्यों अहम?
ट्रंप का यह फोन भारत के लिए इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ मजबूत समर्थन मिलता है. भारत और अमेरिका के बीच पहले से ही अच्छे रिश्ते हैं और यह बातचीत उन रिश्तों को और मजबूत बनाती है.
रूस और इजराइल भी भारत के साथ
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इस हमले की निंदा की और इसे एक अमानवीय अपराध बताया. उन्होंने भारत को हर तरह से सहयोग देने का भरोसा दिलाया. इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने भी इस हमले को लेकर दुख जताया और भारत के साथ खड़े होने की बात कही. यह दिखाता है कि दुनिया भर के देश भारत के साथ हैं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं.
भारतीय सेना अलर्ट पर
हमले के बाद भारत सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है. घटनास्थल पर अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजे गए हैं और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है. सेना की प्राथमिकता है कि हमलावरों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और इलाके में शांति बहाल की जाए.


