'जो सिंदूर मिटाएगा उसका खुद का मिटना तय', दाहोद से गरजे पीएम मोदी
गुजरात के दाहोद में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत आत्मनिर्भरता की राह पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. अब हम स्मार्टफोन, गाड़ियां और खिलौनों से लेकर हथियार तक देश में ही बना रहे हैं. भारत आज टेक्नोलॉजी और निर्माण के हर क्षेत्र में दुनिया को चुनौती दे रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2025 को गुजरात के दाहोद से कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और एक जनसभा को संबोधित करते हुए कड़ा संदेश दिया. अपने भाषण में उन्होंने न सिर्फ देश की प्रगति का उल्लेख किया बल्कि हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले को लेकर आतंकवादियों को खुली चेतावनी भी दी.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत देश में बढ़ते आत्मविश्वास के उल्लेख से की. उन्होंने कहा कि, "आज का भारत निराशा से निकलकर विश्वास के उजाले में तिरंगा फहरा रहा है." उन्होंने आतंकियों को सीधे शब्दों में चेतावनी दी कि, "जो हमारी माताओं-बहनों के सिंदूर को मिटाने की कोशिश करेगा, उसका मिटना तय है." पीएम ने साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की भावनाओं और संस्कारों की अभिव्यक्ति है.
"देशवासियों की भावनाओं का बदला"
प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमले को लेकर कहा कि, "आतंकियों ने 140 करोड़ भारतीयों को चुनौती दी थी. इसलिए मोदी ने वही किया जिसके लिए देशवासियों ने मुझे प्रधान सेवक बनाया है. भारत अब हर वार का जवाब उसी भाषा में देने को तैयार है."
'गालियां देने वालों की हार हुई'
प्रधानमंत्री ने विरोधियों पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, "कुछ लोगों को मुझे गालियां देने की आदत हो गई है. वे कहते थे मोदी जी शिलान्यास करते हैं, कुछ बनने वाला नहीं. लेकिन आज दाहोद में तीन साल पहले शुरू हुई फैक्ट्री से पहला इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव बनकर तैयार हो गया है."
'देश अब आत्मनिर्भर भारत की दिशा में'
मोदी ने गर्व से कहा कि आज भारत अपने अस्त्र-शस्त्र से लेकर खिलौनों तक का निर्माण कर रहा है और उन्हें दुनियाभर में एक्सपोर्ट कर रहा है. उन्होंने बताया कि अब भारत खुद रेल, मेट्रो और हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है.
'गुजरात की रेलवे पूरी तरह विद्युतीकृत'
अपने गृह राज्य गुजरात की उपलब्धि पर पीएम ने कहा कि राज्य का शत-प्रतिशत रेलवे नेटवर्क अब विद्युतीकृत हो चुका है. उन्होंने इसके लिए गुजरातवासियों को बधाई दी और कहा कि ये ‘ग्रीन भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
'11 साल की सेवा का संकल्प'
मोदी ने याद दिलाया कि आज 26 मई है और इसी दिन 2014 में उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. उन्होंने कहा कि बीते 11 सालों में उन्होंने देशवासियों की सेवा को ही अपना धर्म माना है.


