Operation Sindoor के दौरान भारत पर 15 लाख साइबर हमले! 5 देशों के हैकर्स ने किया निशाना, सिर्फ 150 हमले ही हुए कामयाब
पाकिस्तान-बांग्लादेश समेत कई देशों से भारत पर हो रहे हैं जबरदस्त साइबर अटैक. एयरपोर्ट, चुनाव आयोग तक को बनाया गया निशाना—but क्या हुआ नुकसान और कैसे बचा देश? पूरी कहानी जानिए इस रिपोर्ट में…

Operation Sindoor: हाल ही में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' और पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत को सिर्फ जमीनी ही नहीं बल्कि डिजिटल जंग का भी सामना करना पड़ा. पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और पश्चिम एशिया जैसे देशों से भारत पर करीब 15 लाख साइबर हमले किए गए. लेकिन राहत की बात ये है कि इनमें से सिर्फ 150 हमले ही सफल हो पाए बाकी सभी को भारत के मज़बूत साइबर सुरक्षा सिस्टम ने नाकाम कर दिया.
सरकार की वेबसाइटें बनीं निशाना, पर डाटा सुरक्षित
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम लागू होने के बावजूद, पाकिस्तान से हैकर्स भारत सरकार की वेबसाइटों को लगातार निशाना बना रहे हैं. महाराष्ट्र साइबर विभाग ने जानकारी दी है कि बांग्लादेश और पश्चिम एशिया से भी हमलों की संख्या में इजाफा हुआ है. हालांकि, इनसे भारत की सरकारी प्रणालियों को कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा.
एयरपोर्ट, नगर निगम और चुनाव आयोग पर हमले की अफवाह, अधिकारी ने किया खारिज
कुछ खबरें वायरल हुई थीं कि मुंबई एयरपोर्ट, नगर निगम की सिस्टम और चुनाव आयोग की वेबसाइट को हैक किया गया है. लेकिन महाराष्ट्र साइबर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि जांच में ऐसा कोई भी प्रमाण नहीं मिला है.
संघर्ष विराम के बाद हमले घटे, पर खतरा अब भी बरकरार
महाराष्ट्र साइबर कार्यालय के अनुसार, भारत-पाक संघर्ष विराम के बाद साइबर हमलों में कुछ कमी जरूर आई है, लेकिन हमले पूरी तरह से रुके नहीं हैं. पांच देशों से अब भी खतरा बना हुआ है.
फर्जी खबरों पर भी चला अभियान, 38 पोस्ट हटाई गईं
सोशल मीडिया पर फैल रही फर्जी खबरों को लेकर महाराष्ट्र साइबर विभाग ने एक अभियान चलाया है, जिसमें अब तक 83 फर्जी पोस्ट की पहचान की गई और 38 पोस्ट को हटाया जा चुका है. विभाग अब खासतौर पर भारतीय सेना और सरकार से जुड़ी झूठी खबरों पर नज़र रख रहा है.
1930 और 1945 नंबर पर मिलेगी मदद, 600 करोड़ रुपये की बचत
साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1930 और 1945 शुरू किए हैं. इन पर रोजाना करीब 7,000 कॉल आती हैं. अब तक इनकी मदद से 600 करोड़ रुपये की साइबर ठगी से बचत हो चुकी है, जिसमें से 200 करोड़ रुपये सिर्फ पिछले छह महीने में बचाए गए हैं.
साइबर क्राइम पर बना जागरूकता वीडियो, शरद केलकर और अमीषा पटेल आए सामने
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साइबर क्राइम पर एक जागरूकता वीडियो भी लॉन्च किया है. इस वीडियो में अभिनेता शरद केलकर और अमीषा पटेल दिखते हैं, जो बताते हैं कि कैसे लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है. वीडियो में फडणवीस का एक पुराना भाषण भी शामिल है जिसमें वह साइबर सुरक्षा को लेकर सरकार की योजनाएं बताते हैं.
डिजिटल हमलों से भी जंग जारी है, सावधानी और जागरूकता ही बचाव का रास्ता
दुनिया भले ही डिजिटल हो चुकी हो, लेकिन खतरे भी उसी रफ्तार से बढ़ रहे हैं. भारत पर हो रहे साइबर हमले ये दिखाते हैं कि अब जंग सिर्फ बॉर्डर पर नहीं, इंटरनेट की दुनिया में भी लड़ी जा रही है. ऐसे में देशवासियों को चाहिए कि वो सतर्क रहें, फर्जी खबरों से बचें और किसी भी साइबर ठगी की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन पर संपर्क करें.


