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पाकिस्तान में अदियाला जेल के बाहर हंगामा, इमरान खान की बहनों समेत PTI समर्थकों पर वाटर कैनन से हमला

पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से राजनीतिक तनाव चरम पर है. शहबाज शरीफ सरकार और आर्मी चीफ आसिम मुनीर पर आरोप लग रहे हैं कि वे इमरान के समर्थकों को दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. ताजा घटना में, अदियाला जेल के बाहर जमा हुई इमरान की बहनों और PTI कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने ठंड के मौसम में केमिकल मिले पानी की तेज बौछारें कीं. ये लोग पूर्व प्रधानमंत्री से मिलने की इजाजत मांग रहे थे, जो अदियाला जेल में बंद हैं.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

नई दिल्ली: पाकिस्तान की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान के समर्थन में अदियाला जेल के बाहर जुटे उनके समर्थकों पर कथित तौर पर गंभीर अत्याचार किए जाने के आरोप लगे हैं. मंगलवार देर रात हालात उस वक्त और तनावपूर्ण हो गए, जब प्रदर्शन कर रहे लोगों पर केमिकल मिले पानी की बौछार किए जाने का दावा किया गया.

इस घटना के सामने आए फुटेज के बाद इमरान खान के समर्थकों में भारी आक्रोश है. PTI का आरोप है कि कड़ाके की ठंड के बावजूद पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया और कथित तौर पर रासायनिक या जहरीला पानी छोड़ा गया. इससे सरकार और सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और तेज होने की आशंका जताई जा रही है.

अदियाला जेल के बाहर बढ़ा तनाव

पाकिस्तान के रावलपिंडी स्थित अदियाला जेल के बाहर मंगलवार रात उस समय तनाव फैल गया, जब इमरान खान से मुलाकात की मांग को लेकर उनकी बहनें, पार्टी नेता और बड़ी संख्या में समर्थक शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए पहुंचे. PTI के अनुसार, इस दौरान प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग किया गया और उन पर केमिकल मिला पानी फेंका गया.

PTI का आरोप

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने इस कार्रवाई को महिला प्रदर्शनकारियों और आम नागरिकों के खिलाफ अत्याचार करार दिया है. पार्टी का कहना है कि यह पूरी कार्रवाई कानून व्यवस्था के नाम पर दमन का उदाहरण है. PTI के मुताबिक, कई कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई और कुछ को हिरासत में भी लिया गया.

इमरान खान महीनों से जेल में बंद

इमरान खान पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें कई महीनों से जेल में रखा गया है. इस बीच उनके साथ कथित तौर पर ज्यादती की खबरें भी सामने आती रही हैं, जिससे अफवाहों का बाजार गर्म होता रहा है. अब समर्थकों पर कार्रवाई के आरोपों ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है.

पाकिस्तान में इमरान खान की आवाज को जन-जन तक पहुंचाने का जिम्मा खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री मुहम्मद सोहेल अफरीदी संभालते दिख रहे हैं. कोहाट में आयोजित एक रैली में PTI के हजारों समर्थक जुटे, जहां हकीकी आजादी का नारा गूंजा.

अफरीदी ने समर्थकों से कहा कि अगर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया जाता है तो वे तैयार रहें. उन्होंने कहा कि हम देश के मौजूदा शासकों से मिलकर अपनी असल आजादी हासिल करेंगे.” उन्होंने भीड़ को याद दिलाया कि जेल में बंद इमरान खान ने जेल से आजादी या मौत का संदेश दिया था.

या तो कफन में लौटेंगे या आजादी लेकर

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, अफरीदी ने कहा कि अगर हम इस बार जाते हैं, तो हम या तो कफन में लौटेंगे या आजादी लेकर. उन्होंने यह भी बताया कि इमरान खान ने सरकार से बातचीत या विरोध प्रदर्शन जैसे अहम फैसलों की जिम्मेदारी पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी के चेयरमैन महमूद खान अचकजई और सीनेटर अल्लामा राजा नासिर अब्बास को सौंपी है.

अलीमा खान के गंभीर आरोप

इमरान खान की बहन अलीमा खान ने दावा किया कि देश में न्यायपालिका से आजादी छीन ली गई है, अफगानिस्तान के साथ व्यापार बंद होने से बेरोजगारी बढ़ रही है और सुरक्षा हालात बिगड़ते जा रहे हैं. उन्होंने 2 दिसंबर को अपनी बहन उज्मा खान की इमरान से हुई संक्षिप्त मुलाकात और सरकार द्वारा राजनीतिक बातचीत के दावे का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे बताओ कि मेरी बहन ने पिछली मुलाकात में किन राजनीतिक मामलों पर चर्चा की. राजनीतिक विषयों पर पार्टी के लोगों के साथ चर्चा की जानी चाहिए.

मुलाकात के आदेश पर भी सवाल

PTI का कहना है कि इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने 24 मार्च को आदेश दिया था कि इमरान खान से हफ्ते में दो बार, मंगलवार और गुरुवार को मुलाकात कराई जाए. इसके बावजूद उनकी बहनों और वकीलों को मिलने नहीं दिया जा रहा है. खबरों के मुताबिक, अलीमा खान, उज्मा खान और नोरीन खान नियाजी बीते कई हफ्तों से मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी के साथ इमरान से मिलने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन हर बार नाकाम रही हैं.

हमें जहां रोका जाएगा, वहीं बैठ जाएंगे

पिछले मंगलवार को मुलाकात की अनुमति न मिलने पर इमरान खान की बहनों और समर्थकों ने धरना दिया था, जिसे हटाने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. मंगलवार को जब वे जेल की ओर मार्च कर रही थीं, तो उन्हें रोक दिया गया. इस दौरान अलीमा खान ने कहा कि हमें जहां भी रोका जाएगा, हम वहीं बैठ जाएंगे.

PTI की चेतावनी

PTI ने अदियाला जेल के बाहर हुई घटनाओं की कड़ी निंदा की है. पार्टी ने सवाल उठाया है कि क्या अब अदालत के आदेशों की कोई अहमियत नहीं रह गई है और किस कानून के तहत शांतिपूर्ण नागरिकों पर इस तरह की कार्रवाई की जा रही है. पार्टी ने चेतावनी दी कि यह दमन हमेशा नहीं चल सकता और एक दिन जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा.

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17 December 2025, 10:27 AM IST

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