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बुर्का न पहनकर मायके जाने से नाराज पति ने पत्नी और दो मासूम बेटियों को उतारा मौत के घाट, शव घर के गड्ढे में दफनाए

उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया. कांधला थाना क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत में रहने वाले फारुख ने अपनी पत्नी ताहिरा और दो मासूम बेटियों आफरीन (14 साल) और सहरीन (6 साल) की बेरहमी से हत्या कर दी. वजह थी पत्नी का बिना बुर्का पहने मायके जाना, जिससे वह बेहद नाराज हो गया.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

शामली: उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना घटी है, जिसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया. कांधला थाना क्षेत्र के गढ़ी दौलत गांव में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और दो नाबालिग बेटियों की हत्या कर दी. आरोपी का गुस्सा इस कदर भड़का कि उसने महज इस बात पर परिवार के तीन सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि पत्नी बिना बुर्का पहने अपने मायके गई थी. यह वारदात कट्टर सोच और पारिवारिक कलह के खतरनाक नतीजों को दर्शाती है, जो समाज में गहराई से व्याप्त है. पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी फारुख ने सात दिन पहले रात के अंधेरे में इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया. उसने शवों को घर के आंगन में छिपाने की कोशिश की, लेकिन परिवार के सदस्यों के शक ने मामले का पर्दाफाश कर दिया. अब आरोपी सलाखों के पीछे है, और पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है. यह घटना महिलाओं की आजादी और पारंपरिक मान्यताओं के टकराव को उजागर करती है, जो अक्सर हिंसक रूप ले लेती है.

मामले का खुलासा कैसे हुआ?

पुलिस के अनुसार फारुख शादी-समारोहों में खाना बनाने का काम करता था और अपनी पत्नी ताहिरा (32) तथा पांच बच्चों के साथ गांव में रहता था. उसके बच्चे आफरीन (14), आसमीन (10), सहरीन (7), बिलाल (9) और अरशद (5) हैं. फारुख का अपने माता-पिता से लंबे समय से विवाद था, जिसकी वजह से वह अलग घर में रह रहा था. घटना से पहले उसकी पत्नी और दो बेटियां छह दिनों से गायब थीं. फारुख के पिता दाउद ने कई बार पूछताछ की, लेकिन वह बहाने बनाता रहा और कहता रहा कि उसने उन्हें शामली में किराए के घर में रखा है. जब दाउद को संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तो उन्होंने मंगलवार शाम को पुलिस से संपर्क किया और बेटे पर हत्या का संदेह जताया.

पूछताछ में सनसनीखेज राज उगला आरोपी

हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने फारुख से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया. फारुख ने बताया कि उसकी पत्नी अक्सर उससे झगड़ती थी और घर को अपने ढंग से चलाना चाहती थी. इसके अलावा, एक महीने पहले वह बिना बुर्का पहने मायके गई थी, जिससे उसकी इज्जत को ठेस पहुंची. इसी रंजिश में उसने 10 दिसंबर की रात करीब 12 बजे रसोईघर में ताहिरा को गोली से मार डाला.

हत्या के वक्त बड़ी बेटी आफरीन जाग गई और मौके पर आ गई, तो फारुख ने उसे भी गोली मार दी. छोटी बेटी सहरीन वहां पहुंची, तो उसने उसका गला घोंटकर जान ले ली. तीनों की हत्या करने के बाद फारुख ने शवों को आंगन में शौचालय के लिए पहले से खोदे गए 9 फीट गहरे गड्ढे में दफना दिया और ऊपर ईंटों का फर्श बना दिया.

पुलिस ने शव बरामद कर आरोपी को किया गिरफ्तार

फारुख की निशानदेही पर पुलिस ने गड्ढे की खुदाई की और तीनों शव निकाले. मौके पर एसपी एनपी सिंह और सीओ कैराना पुलिस टीम के साथ पहुंचे. एसपी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने शादी के बाद से ही पत्नी को पर्दे में रखा था. बिना बुर्का मायके जाने से उसकी इज्जत खराब हो गई थी, इसलिए उसने पत्नी और दोनों बेटियों को मौत के घाट उतार दिया.

गांव में फैली सनसनी, परिवार की आपबीती

घटना के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया. आरोपी की मां असगरी ने बताया कि बच्चों ने उन्हें सूचना दी थी कि छह दिन पहले रात में सभी एक साथ सोए थे, लेकिन सुबह उठने पर मां और दोनों बहनें गायब थीं. तीन दिन पहले फारुख ने पत्नी के कपड़े जला दिए थे, जिससे शक और बढ़ गया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है. यह घटना कट्टरपंथी विचारधारा और घरेलू विवादों के भयानक परिणामों को सामने लाती है.

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17 December 2025, 11:06 AM IST

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