कोरोना की वापसी? 9 दिन में 1300% केस बढ़े, 48 घंटे में 21 मौतें
भारत में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है. रविवार, 1 जून की सुबह 8 बजे तक कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,395 हो गई है.

देश में कोविड-19 के मामलों में फिर से तेज़ी देखने को मिल रही है. ताज़ा सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 3,000 से अधिक हो चुकी है. खासतौर पर केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली जैसे राज्य सबसे अधिक प्रभावित हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 25 मई के बाद से कोविड मामलों में 10 गुना तक इज़ाफा दर्ज किया गया है.
तेज़ी से बढ़ रहे मामले
बीते 9 दिनों के भीतर संक्रमण के मामलों में लगभग 1300 फीसदी की वृद्धि देखी गई है. देशभर में फिलहाल कुल सक्रिय मामलों की संख्या 3,783 है. पिछले 48 घंटों में कोविड-19 से 21 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. चिंता की बात यह भी है कि बेंगलुरु में एक ऐसे व्यक्ति की मृत्यु हुई है, जिसने कोविड वैक्सीन की तीनों खुराकें ले रखी थीं.
राज्यों में कोविड-19 की स्थिति
राज्यवार आंकड़ों के अनुसार, केरल में कोविड-19 के सबसे अधिक सक्रिय मामले हैं, जिनकी संख्या अब 1,400 से अधिक है. रविवार को वहां 64 नए केस सामने आए थे. महाराष्ट्र में 485 सक्रिय मामलों के साथ 1 जून को 18 नए केस दर्ज हुए. दिल्ली में भी कोविड मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जहां 436 सक्रिय केस हैं और 1 जून को 61 नए मरीज सामने आए.
अन्य राज्यों की स्थिति इस प्रकार है:
गुजरात: 320
कर्नाटक: 238
पश्चिम बंगाल: 287
तमिलनाडु: 199
उत्तर प्रदेश: 149
राजस्थान: 69
पुडुचेरी: 45
हरियाणा: 30
आंध्र प्रदेश: 23
मध्य प्रदेश: 19
गोवा: 10
ओडिशा, पंजाब, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, झारखंड: 6-6
असम: 5
अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, तेलंगाना, उत्तराखंड: 3-3
बिहार, मिजोरम: 2-2
चंडीगढ़: 1
घबराने की नहीं है जरूरत
हालांकि संक्रमण में वृद्धि हो रही है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि मामलों की निगरानी गंभीरता से की जा रही है. अधिकतर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है और वे घर पर ही इलाज करवा रहे हैं.
मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं
ICMR प्रमुख डॉ. राजीव बहल ने बताया कि वर्तमान मामलों में जिन वेरिएंट्स की पहचान हुई है, वे ओमिक्रॉन के ही उप-प्रकार हैं- जैसे LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1. इनमें गंभीर लक्षण देखने को नहीं मिल रहे. विशेषज्ञों ने जनता से संयम बनाए रखने और घबराने से बचने की सलाह दी है.


