अहमदाबाद प्लेन हादसे के बाद Air India के 112 पायलटों ने ली थी बीमारी की छुट्टी, सामने आई बड़ी जानकारी
बोइंग 787-8 विमान हादसे में 274 लोगों की मौत के बाद एयर इंडिया के 100 से ज्यादा पायलटों ने 'बीमार छुट्टी' ली. मंत्री नायडू ने मानसिक स्वास्थ्य पर जोर दिया. एयर इंडिया को DGCA से सुरक्षा उल्लंघन पर नोटिस मिले हैं. ईंधन स्विच की तकनीकी खामी की जांच जारी है और अंतिम रिपोर्ट अभी लंबित है.

नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने गुरुवार को संसद में बताया कि एयर इंडिया के 100 से अधिक पायलटों ने अचानक ‘बीमार छुट्टी’ के लिए आवेदन किया है. यह घटनाक्रम उस ड्रीमलाइनर विमान हादसे के चार दिन बाद सामने आया है, जिसमें 274 लोगों की मौत हुई थी. बोइंग 787-8 विमान अहमदाबाद से उड़ान भरने के सिर्फ 32 सेकंड बाद हवा में दुर्घटनाग्रस्त होकर एक छात्रावास की इमारत पर गिर पड़ा था.
नायडू ने बताया कि दुर्घटना वाले दिन 61 कमांडर और 51 फ्लाइट ऑफिसर छुट्टी पर चले गए थे. उन्होंने इसे पायलटों के मानसिक स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने का संकेत माना और कहा कि सभी एयरलाइनों को मानसिक स्वास्थ्य सहायता समूह बनाने की सिफारिश की गई है.
एयर इंडिया को डीजीसीए का नोटिस
डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने एयर इंडिया को चार कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं. ये नोटिस चालक दल की थकान, प्रशिक्षण प्रक्रियाओं और सुरक्षा मानकों के उल्लंघन से संबंधित हैं. एयर इंडिया ने पुष्टि की कि ये नोटिस पिछले 12 महीनों में की गई स्वैच्छिक रिपोर्टिंग के आधार पर मिले हैं.
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “हमने सभी आवश्यक खुलासे स्वेच्छा से किए हैं और नोटिस का जवाब समय पर देंगे. हम यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.”
लगातार सामने आ रहीं तकनीकी घटनाएं
पिछले छह महीनों में एयर इंडिया को 13 अलग-अलग सुरक्षा नोटिस मिल चुके हैं. ताज़ा मामला हांगकांग से दिल्ली लौटते एक एयरबस A321 विमान का है, जिसमें उतरने के बाद सहायक पावर यूनिट में आग लग गई. हालांकि आग पर काबू पा लिया गया और कोई घायल नहीं हुआ.
इसके अलावा, कोच्चि-मुंबई उड़ान में इंजन कवर डैमेज पाया गया और दिल्ली-कोलकाता उड़ान को तकनीकी गड़बड़ी के कारण उड़ान भरने से ठीक पहले रद्द करना पड़ा.
ईंधन स्विच से जुड़ी दुर्घटना की जांच
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, इंजन बंद होने की एक बड़ी वजह ईंधन आपूर्ति स्विच का रन से कट-ऑफ मोड में जाना हो सकता है. ये स्विच ऐसे डिज़ाइन किए गए हैं कि उन्हें अनजाने में टच करना मुश्किल होता है, लेकिन दोनों स्विच कुछ सेकंड के अंतराल में बदल गए.
इस पर मीडिया रिपोर्टों में पायलट की गलती की अटकलें लगाई गईं, जिसे AAIB ने नकार दिया है. कैप्टन सुमित सभरवाल और फ्लाइट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के बीच बातचीत को संदर्भित कर झूठी खबरें चलाई गईं कि पायलटों ने ईंधन आपूर्ति बंद की थी, जबकि पायलट ने 'नहीं' कहा था.
विशेषज्ञ एजेंसियों की प्रतिक्रिया
AAIB के अलावा अमेरिकी NTSB (राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड) ने भी इस तरह की रिपोर्टों को "गैर-जिम्मेदाराना" और "असत्यापित" बताया है. इस जांच में अमेरिका की एजेंसी भारत की मदद कर रही है.
अंतिम रिपोर्ट लंबित
हालांकि प्रारंभिक जांच से कुछ सुराग मिले हैं, लेकिन अंतिम रिपोर्ट का अभी इंतजार है. इस बीच, भारत सरकार ने सभी बोइंग जेट ऑपरेटरों को ईंधन स्विच की जाँच अनिवार्य करने का आदेश दिया है. एयर इंडिया ने बताया है कि उसने अपनी जाँच पूरी कर ली है और किसी भी तरह की तकनीकी समस्या नहीं मिली.


