बिना परमिशन एयरस्पेस एंट्री: विमानों के लिए बड़ा खतरा और कानूनी परिणाम
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्ते खराब हो गए. पाकिस्तान ने 24 अप्रैल से भारत की सभी एयरलाइनों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया. इसके जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान की एयरलाइनों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया.

पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया था. इसके बाद 24 मई को पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया. जवाब में भारत ने भी पाकिस्तानी विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया.
21 मई को दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट जब रास्ते में थी, तब वह भयानक टर्बुलेंस में फंस गई. पायलट ने स्थिति बिगड़ती देख पाकिस्तान के लाहौर ATC से उनके एयरस्पेस में जाने की इजाजत मांगी, लेकिन पाकिस्तान ने इंकार कर दिया.
तेज़ हवा और बारिश में फंसा विमान:
22 मई को सूत्रों ने बताया कि फ्लाइट जब अमृतसर के ऊपर थी, पायलट को हल्का टर्बुलेंस महसूस हुआ. पायलट ने तुरंत पाकिस्तान से संपर्क कर एयरस्पेस की इजाजत मांगी, मगर लाहौर ATC ने साफ मना कर दिया. इसके बाद पायलट ने अपने अनुभव से फ्लाइट को कंट्रोल किया और भारी बारिश और तेज़ हवाओं के बीच तेज स्पीड से इमरजेंसी लैंडिंग कराई, जिससे 227 यात्रियों की जान बच सकी.
एयरस्पेस नियम सख्त होते हैं:
जब कोई विमान हवा में होता है, तो उसे सभी देशों के एयरस्पेस नियमों का पालन करना पड़ता है. इमरजेंसी में भी बिना इजाजत किसी देश के एयरस्पेस में घुसना अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन होता है. अगर इंडिगो फ्लाइट बिना इजाजत पाकिस्तान के इलाके में घुस जाती, तो पाकिस्तान उसे दुश्मन का विमान समझ सकता था और उस पर कार्रवाई भी हो सकती थी.
हालांकि, यह एक यात्री विमान था और अगर पाकिस्तान ऐसा कुछ करता, तो उसे दुनिया भर से आलोचना झेलनी पड़ती. फिलहाल भारत और पाकिस्तान के रिश्ते बेहद तनावपूर्ण दौर में हैं और दोनों ने एक-दूसरे के लिए हवाई रास्ते बंद कर रखे हैं. ऐसे में इस तरह की घटनाएं काफी संवेदनशील हो जाती हैं.


