पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक के बीच अटारी-वाघा सीमा सील, आवाजाही ठप
पहलगाम हमला: बैसरन घाटी में आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए. यह भीषण घटना न सिर्फ देश को, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी गहरे सदमे में डाल गई है. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े कदम उठाए.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच 1 मई 2025 को अटारी-वाघा सीमा पूरी तरह से बंद कर दी गई. यह कदम केंद्र सरकार द्वारा पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान से आए सभी अल्पकालिक वीजा धारक नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश देने के बाद उठाया गया.
30 अप्रैल को 125 पाकिस्तानी नागरिकों ने भारत छोड़ा
पिछले सप्ताह दोनों देशों के नागरिकों की भारी आवाजाही के बाद, 30 अप्रैल को 125 पाकिस्तानी नागरिकों ने भारत छोड़ दिया, जिससे कुल संख्या 911 तक पहुंच गई. इसी दिन 15 भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान पहुंचे. दीर्घकालिक वीजा पर 152 भारतीय और 73 पाकिस्तानी नागरिकों ने सीमा पार की.
#WATCH | Visuals from the Attari Integrated checkpost in Punjab's Amritsar, where several Pakistani citizens have arrived to cross the border pic.twitter.com/X44zqxAfVf
— ANI (@ANI) May 1, 2025
केंद्र सरकार का आदेश
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे. इस घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान से आए सभी अल्पकालिक वीजा धारक नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया था. इसके अलावा, केंद्र सरकार ने पाकिस्तान से आए सभी अल्पकालिक वीजा धारक नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया था.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिदेशक सदानंद दाते ने गुरुवार को पहलगाम में पहुंचकर हमले की जांच शुरू की. इससे पहले, रविवार को NIA ने यह मामला जम्मू-कश्मीर पुलिस से अपने हाथ में लिया था. हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिनिधि द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी.


