जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान समेत इन राज्यों में ब्लैकआउट, पाकिस्तान ने कई इलाकों में गिराए ड्रोन
पाकिस्तान ने भारत के साथ युद्धविराम की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए जम्मू-कश्मीर में ड्रोन हमले किए, जिससे दहशत फैल गई. कटरा, पुंछ, श्रीनगर और अन्य क्षेत्रों में ब्लैकआउट लागू किया गया. पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में भी एहतियातन बिजली बंद की गई. सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं और बीएसएफ को जवाबी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. यह घटना पाकिस्तान की नीतिगत गैरजिम्मेदारी को उजागर करती है.

भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की औपचारिक घोषणा को कुछ ही घंटे बीते थे कि पाकिस्तान ने एक बार फिर भरोसे को तोड़ते हुए संघर्ष विराम का उल्लंघन कर दिया. पाकिस्तान की सेना ने जम्मू-कश्मीर में कई इलाकों को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमले किए, जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई. इस तरह की हरकतें एक बार फिर यह साबित करती हैं कि पाकिस्तान अपनी पिछली नीतियों से बाहर निकलने को तैयार नहीं है.
ड्रोन हमलों के बाद सुरक्षा सतर्कता
सूत्रों के अनुसार, श्रीनगर और इसके आसपास के क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना द्वारा ड्रोन से हमला किया गया. इन हमलों के चलते जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है. विशेष रूप से कटरा, पुंछ, श्रीनगर और सांबा जैसे संवेदनशील जिलों में ब्लैकआउट कर दिया गया ताकि किसी संभावित बड़े हमले से बचा जा सके.
राज्यभर में ब्लैकआउट की स्थिति
ड्रोन गतिविधियों और हमले की आशंका को देखते हुए कई राज्यों में ब्लैकआउट की रणनीति अपनाई गई है. जम्मू-कश्मीर के अलावा पंजाब के फिरोजपुर और होशियारपुर जिलों में भी प्रशासन ने नागरिकों से रोशनी बंद रखने की अपील की है. इसी तरह राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर और हनुमानगढ़ जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है.
इस रणनीति का उद्देश्य संभावित हवाई हमलों में दुश्मन की निगरानी को मुश्किल बनाना और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
सीजफायर समझौते को नजरअंदाज किया पाकिस्तान ने
यह घटनाएं ऐसे समय पर हुईं जब भारत और पाकिस्तान दोनों ने युद्धविराम की घोषणा की थी और एक बार फिर शांति बहाली की ओर कदम बढ़ाया गया था. दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच सहमति बनी थी कि सीमा पर किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई, चाहे वह जमीन से हो या हवा से, शाम 5 बजे के बाद रोक दी जाएगी.
लेकिन पाकिस्तान की ओर से इस समझौते का उल्लंघन करके यह साफ कर दिया गया कि वह अपनी हरकतों से पीछे हटने के मूड में नहीं है.
नागरिकों में चिंता, सुरक्षा बल सतर्क
इन घटनाओं ने सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिकों में भय का माहौल बना दिया है. लोग रात के समय घरों में दुबकने को मजबूर हैं. वहीं सुरक्षा एजेंसियों और सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके. सीमा सुरक्षा बल (BSF) को जवाबी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं और वायु रक्षा प्रणाली को भी सक्रिय कर दिया गया है.