भारत-पाक तनाव के पीछे चीन का हाथ? — विदेश मंत्री जयशंकर ने किया बड़ा खुलासा
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को कड़ा झटका दिया लेकिन अब विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन की भूमिका पर चौंकाने वाली बातें कही हैं. इस बीच राजनीतिक बहस भी तेज हो रही है. जानिए क्या कहा जयशंकर ने और क्यों बढ़ रहा है यह विवाद — पूरी खबर पढ़िए आगे…

India-Pak Tensions: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में बढ़े तनाव को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हथियारों में चीन की बड़ी भूमिका है. यह बयान तब आया है जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया. जयशंकर ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पाकिस्तान को आधे घंटे बाद दी गई थी, जिससे पहले की गलफहमियां दूर हों.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को झटका
पहलागाम हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई के तौर पर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के ठिकानों पर हमला किया. इस हमले से पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ और तनाव की स्थिति और भी बढ़ गई. जयशंकर ने इस ऑपरेशन के बारे में भी साफ किया कि इसकी जानकारी पाकिस्तान को ऑपरेशन खत्म होने के आधे घंटे बाद दी गई थी, जिससे पाकिस्तान को किसी तैयारी का मौका नहीं मिला.
चीन का बढ़ता हस्तक्षेप, पाक का समर्थन जारी
विदेश मंत्री ने जर्मन अखबार फ्रैंककफर्टर ऑलगेमाइने जिटुंग को दिए इंटरव्यू में बताया कि पाकिस्तान के पास जितने भी हथियार हैं, उनमें चीन की अहम भूमिका है. उन्होंने कहा, "पाक के पास जितने भी हथियार हैं, वे चीन के ही हैं." इसका मतलब साफ है कि चीन ने हमेशा की तरह पाकिस्तान का समर्थन किया है. यह बयान इस बात का संकेत है कि भारत-पाक तनाव में चीन का भी कोई न कोई दखल है.
राजनीतिक बहस और विपक्ष का हमला
कुछ दिन पहले जयशंकर ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पाकिस्तान को तुरंत दे दी गई थी. इस पर विपक्षी नेता राहुल गांधी ने कड़ी आलोचना की और इसे 'अपराध' करार दिया. लेकिन विदेश मंत्रालय ने इस बात को स्पष्ट किया कि ऑपरेशन शुरू होने से पहले पाकिस्तान को कोई सूचना नहीं दी गई. इस बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच जोरदार बहस हुई.
जयशंकर का संदेश – आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’
विदेश मंत्री ने विदेश मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस समय आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को और मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अब वक्त है एकजुट होकर संदेश देने का ताकि कोई भी देश या आतंकवादी भारत को कमजोर करने की कोशिश न कर सके.
तनाव के बीच भारत की मजबूती और एकजुटता की जरूरत
जयशंकर के बयान से साफ हो गया है कि भारत न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ सख्त है बल्कि उसे रोकने में पड़ोसी देशों और बाहरी ताकतों का भी दखल है. चीन के समर्थन के बीच भारत ने अपना दम दिखाया है और अब समय है देश के सभी हिस्सों को एकजुट होकर इस लड़ाई को आगे बढ़ाने का.


