SCO समिट के लिए चीन ने PM मोदी का किया स्वागत, कहा- ये दोस्ती का सम्मेलन होगा
पीएम नरेंद्र मोदी 31 अगस्त से 1 सितंबर तक तियानजिन में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे, जहां उनके और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावना है.

SCO Summit 2025: चीन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दौरे का स्वागत किया है. पीएम मोदी 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच चीन के तियानजिन में आयोजित होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस यात्रा को भारत-चीन संबंधों में हालिया सुधार के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावना है.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि चीन प्रधानमंत्री मोदी का एससीओ तियानजिन शिखर सम्मेलन में स्वागत करता है. हमें विश्वास है कि सभी पक्षों के संयुक्त प्रयास से ये सम्मेलन एकता, मित्रता और सकारात्मक परिणामों का प्रतीक बनेगा और एससीओ उच्च-गुणवत्ता वाले विकास के नए चरण में प्रवेश करेगा, जिसमें अधिक एकजुटता, समन्वय, गतिशीलता और उत्पादकता होगी.
जापान दौरे के साथ जुड़ सकता है चीन का कार्यक्रम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी की चीन यात्रा के साथ ही जापान का दौरा भी जोड़ा जा सकता है, जहां वे प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के साथ वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक करेंगे. ये यात्रा दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकती है.
2018 के बाद पहली चीन यात्रा
पीएम मोदी आखिरी बार 2018 में चीन गए थे. उस समय उन्होंने अप्रैल में वुहान में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अनौपचारिक शिखर बैठक की थी और जून में चिंगदाओ में एससीओ सम्मेलन में हिस्सा लिया था. इसके बाद, 2019 में शी जिनपिंग भारत आए थे, जो 2017 के डोकलाम गतिरोध के बाद रिश्तों को सामान्य करने का प्रयास था.
सीमा विवाद से लेकर 2024 की सहमति तक
अप्रैल-मई 2020 में लद्दाख सेक्टर में एलएसी पर झड़प और जून में गलवान घाटी में खूनी संघर्ष के बाद दोनों देशों के रिश्ते छह दशकों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे. इस संघर्ष में 20 भारतीय सैनिक और कम से कम 4 चीनी सैनिक मारे गए थे.
21 अक्टूबर 2024 को दोनों देशों ने एलएसी गतिरोध खत्म करने पर सहमति बनाई. इसके दो दिन बाद रूस के कजान शहर में मोदी-शी जिनपिंग की मुलाकात हुई, जिसमें सीमा विवाद सुलझाने और रिश्ते सामान्य करने के लिए कई तंत्रों को बहाल करने का फैसला लिया गया.
PM मोदी-शी जिनपिंग बैठक की संभावना
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी और शी जिनपिंग की बैठक में एलएसी पर तनाव कम करने, सीधी उड़ानों की बहाली, सीमा व्यापार बिंदुओं को फिर से खोलने और लोगों के बीच आदान-प्रदान जैसे मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. इस बैठक को द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा देने के अवसर के रूप में देखा जा रहा है.


