उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही, 4 की मौत, कई लोग अब भी लापता
उत्तराखंड एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में है. मंगलवार को उत्तरकाशी ज़िले के धाराली गांव में बादल फटने से भारी भूस्खलन हुआ, जिसमें कई घर, होटल और होमस्टे मलबे में समा गए. इस हादसे में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई अन्य के दबे होने की आशंका है.

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को बादल फटने के बाद भयंकर भूस्खलन हुआ, जिसमें कई घर बह गए और कम से कम चार लोगों की जान चली गई. हादसा गंगोत्री मार्ग पर स्थित धाराली गांव में हुआ, जो एक प्रमुख तीर्थ और पर्यटन स्थल है. यहां बड़ी संख्या में होटल, रेस्तरां और होमस्टे मौजूद हैं. घटना के बाद पूरे राज्य में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है.
स्थानीय प्रशासन, सेना, NDRF और ITBP की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है. बचाव कार्यों में अब तक कई लोगों को मलबे से बाहर निकाला जा चुका है, जबकि कई के अभी भी दबे होने की आशंका है.
बादल फटने से आया फ्लैश फ्लड
मंगलवार को धाराली गांव के पास खीर गंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई. इस बाढ़ ने रास्ते में आए कई घरों, होटलों और होमस्टे को बहा दिया. उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने पुष्टि की कि प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. स्थानीय निवासी राजेश पंवार ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि लगभग 10 से 12 लोग मलबे में दबे हो सकते हैं और करीब 20 से 25 होटल व होमस्टे बाढ़ में बह गए हैं.
सेना और ITBP की टीमों ने संभाला मोर्चा
हर्षिल से सेना की एक टीम राहत-बचाव कार्य के लिए धाराली पहुंच गई है. इसके अलावा, ITBP की 12वीं बटालियन से 16 सदस्यीय टीम भी मौके पर तैनात की गई है. एक अन्य टीम को भी घटनास्थल की ओर रवाना किया गया है. प्रशासन प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रहा है.
NDRF ने पहली बार भेजे कैडावर डॉग्स
इस गंभीर हादसे के मद्देनजर NDRF ने पहली बार 'कैडावर डॉग्स' (मृत शरीर खोजने वाले विशेष प्रशिक्षित कुत्ते) को तैनात करने का फैसला लिया है. दिल्ली से इन डॉग्स को एयरलिफ्ट कर उत्तराखंड लाया जा रहा है ताकि मलबे में दबे लोगों को ढूंढा जा सके. इसके अलावा NDRF की तीन टीमें, जिनमें हर टीम में 35 विशेषज्ञ बचावकर्मी हैं, राज्य के विभिन्न हिस्सों से प्रभावित क्षेत्र की ओर रवाना की गई हैं.
पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे को लेकर गहरा दुख जताया और कहा, उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुई जनहानि अत्यंत दुखद है. राहत और बचाव कार्य के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी.
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. राज्य प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा टालें और सतर्क रहें. खासकर गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.


