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डीजीसीए ने देशभर के 11 एयरपोर्ट्स पर अचानक निरीक्षण के दिए आदेश

जीसीए ने बुधवार को देश के ग्यारह प्रमुख हवाई अड्डों पर अचानक और व्यापक निरीक्षण करने का आदेश जारी किया. यह निरीक्षण दो से तीन दिनों के भीतर पूरा किया जाएगा.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

इंडिगो की उड़ानों में हाल ही में हुए बड़े पैमाने पर व्यवधान और इसके कारण हजारों यात्रियों को हुई परेशानी को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने तत्काल सख्त कदम उठाए हैं. डीजीसीए ने बुधवार को देश के ग्यारह प्रमुख हवाई अड्डों पर अचानक और व्यापक निरीक्षण करने का आदेश जारी किया. 

दो से तीन दिन में निरीक्षण

यह निरीक्षण दो से तीन दिनों के भीतर पूरा किया जाएगा. इसके बाद 24 घंटे के अंदर अधिकारियों को अपनी विस्तृत रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपनी होगी. जिन हवाई अड्डों को जांच के लिए चुना गया है, उनमें नागपुर, जयपुर, भोपाल, सूरत, तिरुपति, विजयवाड़ा, शिरडी, कोचीन, लखनऊ, अमृतसर और देहरादून शामिल हैं. निर्देश के अनुसार, इन हवाई अड्डों पर सुरक्षा व्यवस्था, परिचालन क्षमता, भीड़ प्रबंधन और यात्रियों को उपलब्ध सुविधाओं का गहराई से आकलन किया जाएगा.

डीजीसीए ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया है कि उड़ानों के विलंब और रद्द होने की स्थिति में एयरलाइन और हवाई अड्डा प्रबंधन कितनी प्रभावी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. अधिकारियों को चेक-इन काउंटरों, सुरक्षा जांच बिंदुओं और बोर्डिंग गेटों पर कतारों की स्थिति, वहां तैनात कर्मचारियों की उपलब्धता और भीड़ नियंत्रण के उपायों की भी सूक्ष्म जांच करने के निर्देश दिए गए हैं.

इसके अलावा, नियामक ने यह भी देखने को कहा है कि इंडिगो के हेल्प डेस्क 24 घंटे सक्रिय हैं या नहीं और यात्रियों को देरी और रद्दीकरण की सूचना समय पर और स्पष्ट रूप से दी जा रही है या नहीं. पेयजल और अन्य बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता भी जांच का प्रमुख हिस्सा होगा.

प्रतीक्षालयों की बैठने की व्यवस्था

विशेष श्रेणी के यात्रियों जैसे वरिष्ठ नागरिक, गर्भवती महिलाएँ, बच्चे और कम गतिशीलता वाले लोग को प्रदान की जा रही सहायता पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा. निरीक्षण के दौरान प्रतीक्षालयों की बैठने की व्यवस्था, शौचालयों और अन्य सुविधाओं की स्वच्छता, हाउसकीपिंग स्टाफ की तैनाती और हवाई अड्डों पर वरिष्ठ प्रबंधन की मौजूदगी का भी मूल्यांकन किया जाएगा.

साथ ही, अधिकारियों को यह देखने के लिए भी कहा गया है कि लंबित सामान की डिलीवरी समय पर हो रही है या नहीं और यदि कोई बैकलॉग है तो उसे कैसे संभाला जा रहा है. यात्रियों से सीधे बात करके उनकी शिकायतों और अनुभवों की जानकारी लेना भी अनिवार्य होगा.

डीजीसीए यह भी जांच करेगा कि इंडिगो के समर्पित हेल्प डेस्क और नियंत्रण कक्ष प्रभावी ढंग से काम कर रहे हैं या नहीं. यात्रियों को भेजे जाने वाले एसएमएस, व्हाट्सएप और ईमेल अलर्ट कितने समय पर जारी किए जा रहे हैं, यह भी रिपोर्ट का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा.

अंत में, अधिकारियों को हवाई अड्डा निदेशकों, सीआईएसएफ, एयरलाइन स्टेशन प्रमुखों और ऑपरेटर्स के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि मूल्यांकन पूरी तरह निष्पक्ष और व्यापक हो.

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10 December 2025, 03:56 PM IST

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