दिल्ली में गर्मी की छुट्टी! IMD का अलर्ट – तेज हवाएं और बारिश का नया दौर शुरू
दिल्ली में तापमान सामान्य से नीचे दर्ज होने से हीटवेव से राहत मिली है. IMD ने 17 जून को गरज-चमक, तेज हवाओं और हल्की बारिश की संभावना जताई है. इससे मौसम और सुहाना हो सकता है, साथ ही वायु गुणवत्ता में भी सुधार की उम्मीद है.

दिल्लीवासियों को सोमवार को गर्मी से कुछ राहत मिली जब अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, राजधानी के सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो सामान्य से 3.8 डिग्री कम रहा. हालांकि न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, जो औसत से 1.5 डिग्री अधिक है.
शहर में उमस बनी रही और आर्द्रता का स्तर 77 प्रतिशत तक पहुंच गया, जिससे वातावरण चिपचिपा बना रहा. बारिश की बात करें तो दिल्ली के अधिकतर इलाकों में सूखा ही रहा. केवल सफदरजंग और लोदी रोड जैसे कुछ केंद्रों पर मामूली बूंदाबांदी रिकॉर्ड की गई, जिससे गर्मी से सीमित राहत ही मिल सकी.
IMD की चेतावनी: गरज, बिजली और तेज हवाएं
मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों के लिए नई चेतावनी जारी की है. इसके अनुसार, दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, साथ ही गरज-चमक और बिजली गिरने की भी संभावना जताई गई है. खास बात यह है कि कुछ इलाकों में शाम और रात के समय 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जबकि कुछ जगहों पर यह रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक भी पहुंच सकती है. हालांकि, राहत की बात यह है कि आने वाले हफ्ते में हीटवेव की कोई संभावना नहीं है, जिससे लोगों को कड़ी धूप और तेज गर्म हवाओं से फिलहाल राहत मिल सकती है.
दिल्ली-NCR में हल्की बारिश की उम्मीद
क्षेत्रीय पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गुड़गांव, गाजियाबाद और फरीदाबाद जैसे एनसीआर क्षेत्रों में भी आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी. मौसम विभाग का अनुमान है कि 22 जून तक अधिकतम तापमान 33 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा, जिससे तेज गर्मी से कुछ राहत बनी रह सकती है. साथ ही, दक्षिण-पश्चिम मानसून उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है और अगले दो से तीन दिनों में व्यापक बारिश की संभावना भी जताई गई है.
वायु गुणवत्ता 'मध्यम', बारिश से सुधार की उम्मीद
दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 111 दर्ज किया गया है, जो 'मध्यम' श्रेणी में आता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, यह स्तर चिंताजनक नहीं है. हालांकि, अगर आने वाले दिनों में बारिश होती है, तो वायु गुणवत्ता में और सुधार की उम्मीद है. बारिश से हवा में मौजूद धूल और प्रदूषक तत्व साफ हो सकते हैं.


