'वोट ऑनलाइन डिलीट नहीं किया जा सकता', EC ने राहुल गांधी के आरोपों को बताया ‘निराधार’
राहुल गांधी के आरोपों को चुनाव आयोग ने खारिज करते हुए उन्हें “गलत और निराधार” बताया और कहा कि बिना तय प्रक्रिया व सुनवाई के किसी भी वोट को डिलीट नहीं किया जा सकता

EC on Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार पर लगाए गए आरोपों को चुनाव आयोग ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है. चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि राहुल गांधी के आरोप 'गलत और निराधार' हैं. आयोग ने साफ किया कि किसी भी आम नागरिक द्वारा ऑनलाइन वोट डिलीट करना संभव ही नहीं है और मतदाता सूची से किसी नाम को हटाने की प्रक्रिया केवल तय नियमों और सुनवाई के बाद ही पूरी की जा सकती है.
चुनाव आयोग का बयान
चुनाव आयोग ने अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोप गलत और निराधार हैं. किसी भी आम नागरिक द्वारा ऑनलाइन वोट डिलीट नहीं किया जा सकता, जैसा कि उन्होंने गलतफहमी में कहा है. आयोग ने आगे स्पष्ट किया कि किसी भी मतदाता का नाम हटाने से पहले उसे अपनी बात रखने का अवसर देना अनिवार्य है.
❌Allegations made by Shri Rahul Gandhi are incorrect and baseless.#ECIFactCheck
— Election Commission of India (@ECISVEEP) September 18, 2025
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आलंद सीट का मामला
राहुल गांधी द्वारा उठाए गए कर्नाटक की आलंद विधानसभा सीट के मुद्दे पर आयोग ने माना कि 2023 में कुछ लोगों ने मतदाता सूची में हेराफेरी कर वोट डिलीट करने की कोशिश की थी, लेकिन ये प्रयास नाकाम रहे. इस मामले में चुनाव आयोग ने खुद एफआईआर दर्ज कराई थी ताकि जांच की जा सके. आयोग ने यह भी जोड़ा कि आलंद में चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष रहे- 2018 में यहां बीजेपी के सुभध गुट्टेदार जीते थे जबकि 2023 में कांग्रेस के बीआर पाटिल विजयी रहे.
राहुल गांधी का आरोप
गुरुवार को राहुल गांधी ने सीईसी ज्ञानेश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि वे 'वोट चोरों' की रक्षा कर रहे हैं और 'भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने वालों' का बचाव कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि देशभर में संगठित तरीके से सॉफ्टवेयर के जरिए मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं. राहुल ने कर्नाटक की आलंद और महाराष्ट्र की राजुरा सीट का उदाहरण भी दिया.
राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक की सीआईडी ने पिछले 18 महीनों में चुनाव आयोग को 18 बार पत्र लिखकर तकनीकी जानकारी मांगी, लेकिन आयोग ने जानकारी साझा नहीं की. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जानता है कि ये सब कौन कर रहा है. वे लोकतंत्र के हत्यारों का बचाव कर रहे हैं. इसके साथ ही, राहुल गांधी ने ये भी दावा किया कि वे जल्द ही 'वोट चोरी' के सबूतों का एक 'हाइड्रोजन बम' सामने लाने वाले हैं.


