भारी भीड़, अव्यवस्था और श्रद्धालुओं की मौत... जगन्नाथ रथ यात्रा में अचानक कैसे मच गई भगदड़?
पुरी रथ यात्रा के दौरान भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत और 50 से ज्यादा घायल हो गए. मुख्यमंत्री मोहन माझी ने घटना को गंभीर लापरवाही मानते हुए अधिकारियों पर कार्रवाई और मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है.

ओडिशा के पुरी में रथ यात्रा के दौरान रविवार सुबह दर्दनाक हादसा हो गया. गुंडिचा मंदिर के पास श्रद्धालुओं की भारी भीड़ में भगदड़ मच गई, जिसमें 3 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और करीब 50 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे की वजह दो ट्रकों का भीड़भाड़ वाले शरधाबली क्षेत्र में अचानक प्रवेश करना बताया जा रहा है, जिससे अफरा-तफरी मच गई.
इस घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इसे सुरक्षा में गंभीर चूक बताते हुए तुरंत जांच और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए है. हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा भी की गई है.
ये हादसा कैसे हुआ?
ये हादसा सुबह करीब 4 बजे उस वक्त हुआ जब रथ यात्रा की तैयारियों के बीच दो ट्रक ‘चरमाला’ लकड़ियों के साथ शरधाबली क्षेत्र में दाखिल हो गए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 3 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में पहले से ही 1500 से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद थे. ट्रकों के अचानक प्रवेश से भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरते चले गए. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे और कुछ ही मिनटों में कई लोग बेहोश हो गए. तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए.
चश्मदीदों ने बताया लापरवाही का आलम
पुरी के निवासी स्वाधीन कुमार पंडा ने आयोजन प्रबंधन पर सवाल खड़े किए. उन्होंने बताया कि मैं सुबह 3 बजे तक मंदिर में था. आयोजकों ने वीआईपी के लिए अलग रास्ता बना दिया था, जबकि आम श्रद्धालुओं को मुख्य द्वार से निकलने को कहा गया, जिससे अत्यधिक भीड़ जमा हो गई. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि कई अनधिकृत वाहनों को मंदिर क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति दी गई, जिससे स्थिति और बिगड़ गई.
डीएम, एसपी का तबादला; दो निलंबित
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुरी के जिलाधिकारी सिद्धार्थ शंकर स्वैन और एसपी विनीत अग्रवाल के स्थानांतरण के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही दो पुलिस अधिकारियों- डीसीपी विष्णु पति और कमांडेंट अजय पाधी को सस्पेंड कर दिया गया है. सीएम ने कहा कि लापरवाही क्षम्य नहीं है, दोषियों पर उदाहरणीय कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री माझी ने हादसे में मारे गए तीन श्रद्धालुओं के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. इसके साथ ही घायलों को तत्काल इलाज मुहैया कराया गया है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है.
रथ यात्रा के लिए बड़ी तैयारियां
पुरी की रथ यात्रा 27 जून से शुरू हुई और 5 जुलाई तक चलेगी. प्रशासन ने पहले ही 10,000 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया था और पार्किंग व्यवस्था सहित तमाम तैयारियों का दावा किया था. यात्रा की शुरुआत में ही तत्कालीन डीएम स्वैन ने कहा था कि इस बार बीते वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत ज्यादा भीड़ आने की संभावना है.


