भारत पीछे हटे तो हम भी हटेंगे... ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान का बदला रुख
भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने पहले आक्रामक रुख अपनाया, लेकिन कुछ घंटों में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का सुर नरम हो गया. उन्होंने कहा कि अगर भारत पीछे हटता है, तो पाकिस्तान भी तनाव खत्म करने को तैयार है.

भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक के बाद जहां पाकिस्तान ने पहले तीखी प्रतिक्रिया दी, वहीं अब उसके रुख में नरमी देखने को मिल रही है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि अगर भारत पीछे हटता है, तो इस तनाव को "समाप्त" किया जा सकता है. उनका यह बयान भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत 9 आतंकी ठिकानों को तबाह करने के कुछ घंटे बाद आया है.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारत ने यह सैन्य कार्रवाई की थी. हालांकि, पाकिस्तान की ओर से इसे युद्ध का खुला ऐलान बताया गया था. लेकिन अब आसिफ के बयान से संकेत मिल रहे हैं कि इस टकराव को बातचीत के रास्ते सुलझाया जा सकता है.
भारत पीछे हटा, तो हम भी हटेंगे- पाकिस्तान
ब्लूमबर्ग टीवी से बातचीत में ख्वाजा आसिफ ने कहा, "यह सब भारत ने शुरू किया है. अगर भारत पीछे हटता है, तो हम भी इन चीज़ों को समेट देंगे. हम पहले दिन से कह रहे हैं कि भारत के खिलाफ कोई भी दुश्मनी की शुरुआत हम नहीं करेंगे. लेकिन अगर हम पर हमला होता है, तो हम जवाब देंगे."
सुबह थे तेवर कड़े, शाम तक बदला सुर
दिन की शुरुआत में ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तान के जियो न्यूज से कहा था कि अगर भारत ने पाकिस्तान की जमीन पर "एक इंच" भी कब्जा करने की कोशिश की, तो यह उसके लिए महंगा सौदा साबित होगा.
"हम पूरा जवाब देंगे. यह कर्ज उसी तरह चुकाया जाएगा जैसी अदावत चुकाई जाती है," उन्होंने चेताया.
आसिफ ने यह भी कहा था कि पाकिस्तान की प्रतिक्रिया "काइनेटिक और डिप्लोमैटिक" दोनों होगी और इसमें देर नहीं लगेगी.
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का सटीक और सीमित हमला
बुधवार सुबह भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और POK के भीतर मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक किया. सूत्रों के अनुसार, इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े 80 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया. भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई में किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया और यह हमला पूरी तरह 22 अप्रैल के हमले के जवाब में था.
पाकिस्तान बोला- यह युद्ध की घोषणा है
हालांकि, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे "बिना उकसावे के किया गया खुला युद्ध" बताया और सेना ने चेतावनी दी कि वे "अपनी मर्जी के समय और जगह पर" इसका जवाब देंगे.
क्या अब होगा डायलॉग का रास्ता साफ?
आसिफ के बदले हुए बयान से संकेत मिल रहे हैं कि पाकिस्तान अब बातचीत का रास्ता खुला छोड़ना चाहता है, लेकिन शर्त यही है कि भारत पीछे हटे. हालांकि भारत ने अब तक यह स्पष्ट कर दिया है कि आतंक के खिलाफ यह कार्रवाई पूरी तरह आवश्यक और लक्षित थी.