UN में बजा भारत का डंका, दो शहीद भारतीय सैनिकों को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय सम्मान
भारत संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में चौथा सबसे बड़ा योगदानकर्ता देश है. वर्तमान में भारत के 5,300 से अधिक सैन्य व पुलिस कर्मी अबेई, कांगो, लेबनान, सोमालिया, दक्षिण सूडान, मध्य अफ्रीकी गणराज्य और पश्चिमी सहारा में तैनात हैं. भारत लंबे समय से वैश्विक शांति के प्रयासों में अग्रणी रहा है.

संयुक्त राष्ट्र इस सप्ताह शांति सैनिकों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर एक विशेष समारोह आयोजित कर रहा है. इस मौके पर भारत के दो वीर सैनिकों—ब्रिगेडियर जनरल अमिताभ झा और हवलदार संजय सिंह—को मरणोपरांत “डैग हैमरस्कजॉल्ड” पदक से सम्मानित किया जाएगा. ये दोनों वीर सैनिक संयुक्त राष्ट्र के तहत शांति स्थापना मिशनों में सेवा के दौरान शहीद हुए थे.
ब्रिगेडियर जनरल अमिताभ झा संयुक्त राष्ट्र विघटन पर्यवेक्षक बल (UNDOF) में डिप्टी फोर्स कमांडर के तौर पर तैनात थे. वह अप्रैल 2023 में इस मिशन से जुड़े थे और इससे पहले असद शासन के पतन के बाद सीरिया में चुनौतीपूर्ण हालात में कार्यवाहक फोर्स कमांडर के तौर पर सेवा दे चुके थे. वह सैन्य रणनीति, भूराजनीति, उप-पारंपरिक युद्ध जैसे विषयों में गहरी रुचि रखते थे और हिमालयी क्षेत्र में ब्रिगेड तथा विशेष यूनिट की कमान भी संभाल चुके थे.
अमिताभ झा और संजय सिंह को मिलेगा मरणोपरांत सम्मान
हवलदार संजय सिंह उत्तराखंड के रुद्रपुर से ताल्लुक रखते थे और 11 गढ़वाल राइफल्स की बटालियन में तैनात थे. वह कांगो के MONUSCO मिशन का हिस्सा थे. 10 जुलाई 2024 को ड्यूटी के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई, और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया.
भारत: चौथा सबसे बड़ा योगदानकर्ता देश
भारत लगातार संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. फिलहाल भारत के 5,300 से अधिक सैन्य और पुलिस अधिकारी सात अलग-अलग मिशनों—जैसे कि अबेई, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कांगो, लेबनान, सोमालिया, दक्षिण सूडान और पश्चिमी सहारा—में सेवा दे रहे हैं. भारत वर्दीधारी कर्मियों को भेजने वाला दुनिया का चौथा सबसे बड़ा योगदानकर्ता देश है.
UN मुख्यालय में विशेष श्रद्धांजलि समारोह
29 मई को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस न्यूयॉर्क स्थित मुख्यालय में 1948 से अब तक शहीद हुए 4,400 से अधिक शांति सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे. इस मौके पर 2023 में मारे गए 57 सैनिकों, पुलिस और नागरिक कर्मियों को मरणोपरांत पदक प्रदान किए जाएंगे.
महिलाओं को भी मिलेगा विशेष सम्मान
इस समारोह में अबेई में तैनात दो महिला अधिकारियों—घाना की स्क्वाड्रन लीडर शेरोन म्विनसोटे सिमे और सिएरा लियोन की अधीक्षक जैनब गब्ला—को क्रमश: मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर और संयुक्त राष्ट्र महिला पुलिस अधिकारी ऑफ द ईयर का पुरस्कार दिया जाएगा.


