भारत का 'सुदर्शन चक्र' बन गया पाक के लिए काल, S-400 और इजरायली ड्रोन ने बचने का मौका ही नहीं दिया!
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकवादी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसके बाद पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत के S-400 वायु रक्षा प्रणाली और हार्पी ड्रोन ने पाकिस्तान के हमलों को नाकाम कर दिया.

भारत और पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत की उन्नत वायु रक्षा प्रणालियों ने पाकिस्तान के हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया. भारत ने पाकिस्तान की एयर डिफेंस प्रणाली को भी निष्क्रिय कर दिया, जिससे पाकिस्तान की हरकतों को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब कर दिया.
पाकिस्तान की नाकाम कोशिशों का खुलासा
पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक, करीब 15 शहरों के सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले करने की कोशिश की. इसमें अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना और भुज जैसे कई शहर शामिल थे. हालांकि, भारत के S-400 और इजरायली हार्पी ड्रोन ने इन हमलों को नाकाम कर दिया और पाकिस्तानी मिसाइलों और ड्रोन को पूरी तरह से नष्ट कर दिया.
दुनिया की सबसे ताकतवर वायु रक्षा प्रणाली
भारत के पास मौजूद S-400 वायु रक्षा प्रणाली दुनिया की सबसे प्रभावी प्रणालियों में से एक मानी जाती है. इसे सुदर्शन चक्र भी कहा जाता है. रूस से खरीदी गई इस प्रणाली में 400 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को नष्ट करने की क्षमता है और ये 600 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है. भारत ने अब तक चार S-400 प्रणालियों को तैनात किया है, जिनमें से एक स्क्वाड्रन जम्मू-कश्मीर और पंजाब की सुरक्षा के लिए पठानकोट में तैनात किया गया है, जबकि दूसरा स्क्वाड्रन राजस्थान और गुजरात को कवर करता है.
इजरायली हार्पी ड्रोन की भूमिका
इजरायली हार्पी ड्रोन को खासतौर पर पाकिस्तान के एयर डिफेंस राडार को निष्क्रिय करने के लिए तैनात किया गया है. हार्पी ड्रोन का खास फीचर है कि ये रेडिएशन को ट्रैक करके अपनी दिशा में खुद निशाना बनाता है और इस प्रकार रडार सिस्टम पर हमला करता है. हार्पी ड्रोन 9 घंटे तक लगातार काम कर सकता है और ये किसी भी दिशा में सटीक निशाना लगाने में सक्षम है. इस ड्रोन का इस्तेमाल पाकिस्तान के एयर डिफेंस राडारों को नष्ट करने में किया गया, जो पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा को कमजोर कर दिया.
भारत की ठोस कार्रवाई
पाकिस्तान ने भारतीय ठिकानों पर मिसाइल हमले की कोशिश के बाद, LoC पर भी भारी गोलीबारी तेज कर दी थी. पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा, बारामुला, उरी, पुंछ, मेंधर और राजौरी सेक्टरों में बिना उकसावे के फायरिंग की, जिसमें मोर्टारों का भी इस्तेमाल किया गया. इस हमले में 16 निर्दोष लोगों की मौत हो गई, जिनमें 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं. भारतीय सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तान के इन हमलों को नाकाम कर दिया.


