इंडिगो संकट को लेकर हुई बड़ी कार्रवाई, 4 अधिकरियों को किया गया बर्खास्त
इंडिगो की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहा है. DGCA ने इंडिगो को लेकर कड़ी कार्यवाई शुरू कर दी है. अब तक उन्होंने चार अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.

नई दिल्ली: हाल ही में इंडिगो एयरलाइन में हुई बड़े पैमाने पर उड़ान रद्दीकरण की घटना ने पूरे विमानन क्षेत्र को हिला दिया. हजारों की संख्या में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इसी क्रम में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है.
चार अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया गया, जो इंडिगो के संचालन की निगरानी करते थे. यह कदम एयरलाइन की कमियों को उजागर करता है. आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझें.
DGCA ने चार अधिकारीयों को ककिया बर्खास्त
DGCA ने इंडिगो की निगरानी करने वाले चार फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को बर्खास्त कर दिया. ये अधिकारी एयरलाइन के परिचालन, अनुपालन और सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते थे. बर्खास्तगी का आधिकारिक कारण तो नहीं बताया गया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह उड़ान व्यवधानों की निगरानी में लापरवाही से जुड़ा है. यह कार्रवाई यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का संदेश देती है.
इंडिगो CEO को मिला आदेश
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को DGCA की चार सदस्यीय समिति के सामने दो दिनों तक पेश होने का आदेश दिया गया. समिति का काम है उड़ान रद्दीकरण के पीछे के कारणों की जांच करना. पिछले सप्ताह हजारों उड़ानें रद्द होने से लाखों यात्री प्रभावित हुए. इंडिगो की 65% बाजार हिस्सेदारी के कारण समस्या और गंभीर हो गई. सरकार ने एयरलाइन पर सख्त नजर रखने का फैसला लिया है.
मुख्य वजह बनी चालक दल की कमी
इस संकट की जड़ चालक दल की कमी है. 1 नवंबर से लागू नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियमों के कारण क्रू रोस्टर में बदलाव करना मुश्किल हो गया. 5 दिसंबर को 1000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं. हालांकि, अब स्थिति सुधर रही है. गुरुवार को 1950 उड़ानें चलीं और समयानुसार उड़ान भरने की दर 92% से ऊपर पहुंच गई.
प्रभावित यात्रियों को मिलेगा रिफंड
DGCA ने इंडिगो के मुख्यालय को प्रभावित यात्रियों को तुरंत रिफंड देने का निर्देश दिया. साथ ही, एयरलाइन को अपनी उड़ानों में 10% कटौती करने को कहा गया. DGCA अधिकारी अब दैनिक रिपोर्ट देंगे. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह संकट FDTL नियमों को कमजोर करने की कोशिश हो सकता है, लेकिन सरकार ने साफ कर दिया कि सुरक्षा पहले.
यह घटना विमानन क्षेत्र में सुधार की जरूरत बताती है. इंडिगो जैसी बड़ी एयरलाइन को अपनी कमियों सुधारनी होंगी. यात्रियों को अब बेहतर सेवा मिलने की उम्मीद है.


