'इंडिगो की लैंडिंग में गड़बड़! चेन्नई एयरपोर्ट पर रनवे से टकराया विमान का पिछला हिस्सा'...DGCA ने शुरू की जांच
इंडिगो एयरबस A321 का पिछला हिस्सा लैंडिंग के दौरान रनवे से टकरा गया, जिसके बाद विमान को ग्राउंड कर दिया गया है. DGCA ने जांच शुरू कर दी है और एयरलाइन ने यात्रियों से माफी मांगते हुए कहा कि सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है. पहले भी इंडिगो पर ऐसे मामलों को लेकर कार्रवाई हो चुकी है. आखिर बार-बार ऐसा क्यों हो रहा है? क्या पायलट की गलती थी या कोई और वजह? पूरी खबर पढ़ें और जानें इस हादसे की पूरी कहानी!

IndiGo Landing Malfunction: चेन्नई एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान इंडिगो एयरबस A321 विमान का पिछला हिस्सा रनवे से टकरा गया, जिससे हड़कंप मच गया. यह घटना 8 मार्च को हुई, जिसके बाद विमान को ग्राउंड कर दिया गया है. इंडिगो ने कहा कि आवश्यक मरम्मत और मंजूरी के बाद ही इसे दोबारा उड़ान के लिए तैयार किया जाएगा. हालांकि, इस घटना के बाद डीजीसीए (नागरिक विमानन महानिदेशालय) ने जांच शुरू कर दी है.
इंडिगो एयरलाइंस ने बयान जारी कर यात्रियों से हुई असुविधा के लिए माफी मांगी और कहा कि सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया कि वह उच्चतम सुरक्षा मानकों का पालन करती है और इस मामले में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब इंडिगो विमान के साथ ऐसी घटना हुई हो. पिछले साल सितंबर में भी एक इंडिगो A321 विमान का टेल स्ट्राइक (पिछला हिस्सा रनवे से टकराने) का मामला सामने आया था, जब वह दिल्ली से बेंगलुरु की उड़ान पर था. इस घटना के बाद फ्लाइट क्रू को जांच पूरी होने तक रोस्टर से हटा दिया गया था.
2023 में ही छह महीनों में चार टेल स्ट्राइक घटनाओं के कारण डीजीसीए ने इंडिगो पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था. ऑडिट के दौरान इंडिगो की प्रशिक्षण और इंजीनियरिंग प्रक्रिया में कई खामियां पाई गई थीं, जिससे यह सवाल उठता है कि आखिर बार-बार ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं?
अब आगे क्या?
DGCA इस घटना की गहन जांच कर रही है. यह देखा जाएगा कि लैंडिंग में पायलट की गलती थी, तकनीकी समस्या थी, या फिर कोई अन्य कारण जिम्मेदार है. इंडिगो को अपनी सुरक्षा प्रक्रियाओं को लेकर और अधिक पारदर्शिता बरतनी होगी ताकि यात्रियों का भरोसा बना रहे. अब देखना यह होगा कि इस मामले में जांच का नतीजा क्या निकलता है और इंडिगो एयरलाइंस इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाती है.


