धर्म के नाम पर आतंक का सरगना पाकिस्तान’, जयशंकर ने विश्व के रखी उसकी सच्चाई
एस जयशंकर ने पाकिस्तान के नेतृत्व, खासकर सेना प्रमुख पर चरम धार्मिक दृष्टिकोण का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दिया और पहलगाम हमले में धार्मिक मतभेद फैलाने की कोशिश की. क्या पाकिस्तान की ये नीतियां शांति के लिए खतरा हैं? जानें पूरी बात!

Jaishankar's Strong Statement: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के नेतृत्व खासकर सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान का नेतृत्व और उसके सेना प्रमुख अति धार्मिक दृष्टिकोण से प्रेरित हैं जो कश्मीर में हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं. यह बयान उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के संदर्भ में दिया है जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी.
पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद का आरोप
जयशंकर ने डच चैनल एनओएस से बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने जानबूझकर हिंदू धर्म के आधार पर कश्मीर में नागरिकों को निशाना बनाया. पहलगाम में हुए हमले में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे. विदेश मंत्री ने बताया कि यह हमला खासतौर पर इसलिए किया गया क्योंकि आतंकवादियों ने पीड़ितों के धार्मिक पहचान को पहचान लिया था और फिर उन्हें उनके परिवारों के सामने मार डाला.
धर्म के नाम पर हिंसा
जयशंकर का कहना था, 'यह साफ दिखता है कि इस हमले के पीछे धार्मिक उन्माद का हाथ था. पाकिस्तान के आतंकवादी चाहते थे कि धार्मिक मतभेदों को बढ़ावा देकर समाज में और भी घृणा फैलाई जाए. इस हमले में धर्म का तत्व जानबूझकर जोड़ा गया ताकि हिंदू-मुस्लिम विभाजन को और बढ़ावा मिले.'
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान का नेतृत्व, विशेषकर उसके सेना प्रमुख, इस तरह की हिंसा को बढ़ावा देने के लिए एक चरम धार्मिक दृष्टिकोण का पालन कर रहे हैं, जो कश्मीर में शांति और विकास की राह में सबसे बड़ी रुकावट है.
सिर्फ पाकिस्तान नहीं, पूरी दुनिया इससे प्रभावित हो रही है
जयशंकर ने कहा कि यह सिर्फ भारत के लिए खतरा नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया के लिए यह एक बड़ा मुद्दा है. जब किसी देश का नेतृत्व आतंकवाद और धार्मिक उन्माद को बढ़ावा देता है तो उसका प्रभाव न केवल उसके पड़ोसियों, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा पर भी पड़ता है. उन्होंने पाकिस्तान से इस तरह के विचारधाराओं को छोड़कर समाज में शांति स्थापित करने की अपील की.
भारत की प्रतिक्रिया: मजबूती से खड़ा है भारत
भारत ने हमेशा से पाकिस्तान द्वारा भेजे जा रहे आतंकवादियों और आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विदेश मंत्री ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगा और इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने पाकिस्तान से अपील की कि वह आतंकवादियों की मदद करना बंद करे और शांति की दिशा में कदम बढ़ाए.


