दिल्ली प्रदुषण पर लोकसभा में चर्चा आज, शाम 5 बजे पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव देंगे जवाब
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए आज लोकसभा में इस पर विस्तार से चर्चा होगी. इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से उठाया गया है, और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव शाम 5 बजे लोकसभा में विपक्षी सांसदों के सवालों, आपत्तियों और सुझावों का जवाब देंगे.

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनज़र आज लोकसभा में विस्तृत चर्चा होगी.संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान यह मुद्दा बेहद गंभीरता से उठाया गया है और लोकसभा में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव शाम 5 बजे विपक्षी सांसदों के सवालों, आपत्तियों और सुझावों का जवाब देंगे.चर्चा नियम 193 के तहत होगी, जिससे बिना मतदान के बहस की अनुमति मिलती है.
पिछले कुछ दिनों से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर बनी हुई है.दिल्ली-NCR में AQI कभी ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज हुआ है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी जोखिम और सांस से जुड़ी समस्याओं पर चिंता गहरा गई है.विपक्ष लगातार केंद्र सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहा है ताकि प्रदूषण की स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके.
वायु प्रदूषण को लेकर संसद में उठे सवाल
लोकसभा में आज होने वाली चर्चा में कई सांसद यह जानना चाहेंगे कि केंद्र सरकार की मौजूदा रणनीति क्या है और किन नीतियों के तहत प्रदूषण को नियंत्रित किया जा रहा है.राज्यसभा में भी बुधवार को प्रदूषण मुद्दा गूंजा, जहां कई सांसदों ने केंद्र की रणनीति पर सवाल दागे और सुझाव मांगे.
भूपेंद्र यादव के सामने एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) और प्रदूषण-रोधी कार्यक्रमों पर संसद में स्पष्टीकरण देना प्रमुख विषय होगा.दिल्ली-NCR में हाल ही में लागू ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत कई सख्त प्रतिबंध लागू किए गए हैं, जिनके प्रभाव और जरूरतों का जवाब भी आज मंत्री से अपेक्षित है.
विपक्ष का रुख और सवालों की फोकस
विपक्षी दलों का कहना है कि मुश्किल हालात में नागरिकों की सेहत और जीवन को ध्यान में रखते हुए लंबे समय तक काम करने वाली योजनाओं की आवश्यकता है.सांसद प्रदूषण पर प्रभावी नीतिगत कदम, औद्योगिक उत्सर्जन नियंत्रण, निर्माण-खंड के नियमों का पालन और स्थानीय निकायों की भूमिका को लेकर सरकार से स्पष्ट जवाब चाहते हैं.
कई विपक्षी सांसदों ने यह भी उठाया है कि दिल्ली सिर्फ राजधानी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य और सामाजिक संरचना के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है, इसलिए प्रदूषण पर विचार केवल आवाजाही प्रतिबंध या अल्पकालिक कदमों तक सीमित नहीं होना चाहिए.आज की चर्चा इसी दिशा में केंद्र के व्यापक दृष्टिकोण का परीक्षण करेगी.
सरकार की प्रतिक्रिया और दिशा
सरकार ने पहले ही कहा है कि प्रदूषण नियंत्रण को लेकर जागरूकता फैलाने और सख्ती से नियम लागू करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (NCAP) के तहत 130 शहरों में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए कई पहलों को लागू किया जा रहा है.आज लोकसभा में इन्हीं पहलों की समीक्षा और जवाबदेही पर केंद्र की प्रस्तुति होगी.


