MEA की पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी: 'जितनी जल्दी समझ जाए उतना अच्छा'
MEA ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, "अगर पाकिस्तान को लगता है कि वह बड़े पैमाने पर आतंकवाद फैलाकर उसके दुष्परिणामों से बच जाएगा, तो वह खुद को धोखा दे रहा है. पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थन करना बंद करना होगा, अन्यथा उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे."

भारत ने मंगलवार (13 मई 2025) को स्पष्ट किया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ लगाए गए कूटनीतिक और आर्थिक प्रतिबंध अब भी प्रभावी हैं. इन प्रतिबंधों में सिंधु जल संधि का निलंबन भी शामिल है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत तब तक सिंधु जल संधि को लागू नहीं करेगा, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को पूरी तरह से समर्थन देना बंद नहीं कर देता.
उन्होंने कहा कि यह संधि हमेशा सद्भावना और मित्रता की भावना में की गई थी, लेकिन पाकिस्तान ने सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर इन सिद्धांतों को नकार दिया. पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक कदम उठाए थे, जिनमें सिंधु जल संधि का निलंबन और पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम करना शामिल था.
पाकिस्तान को ‘धोखा’ देने का आरोप
जायसवाल ने पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा भारत की आतंकवाद के खिलाफ नई रणनीति को “आक्रामकता को सही ठहराने की कोशिश” कहे जाने पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान को लगता है कि वह बड़े पैमाने पर आतंकवाद फैलाकर इसके दुष्परिणामों से बच जाएगा, तो वह खुद को ही धोखा दे रहा है.” उन्होंने आगे कहा, “भारत ने जिन आतंकी ढांचों को नष्ट किया, वे न केवल भारतीय नागरिकों की मौत के जिम्मेदार थे, बल्कि दुनियाभर में कई अन्य निर्दोष लोगों की जान लेने के लिए भी जिम्मेदार थे.”
जायसवाल ने यह भी कहा, “अब यह नया सामान्य है. पाकिस्तान जितनी जल्दी इस स्थिति को स्वीकार कर लेगा, उसके लिए उतना ही अच्छा होगा.”
पाकिस्तान के विदेश मंत्री को जवाब
जायसवाल ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के उस बयान का भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना को हराया. जायसवाल ने कहा, “पिछले सप्ताह 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के कई आतंकी केंद्रों को नष्ट कर दिया गया था, जिनमें बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद और अन्य स्थान शामिल थे.” उन्होंने कहा, “इसके बाद, पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को काफी हद तक कमजोर कर दिया गया और उनके प्रमुख हवाई अड्डों को निष्क्रिय कर दिया गया.”
जायसवाल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री यदि इसे अपनी उपलब्धि मानते हैं तो वे ऐसा कह सकते हैं. उन्होंने याद दिलाया कि 9 मई को पाकिस्तान ने भारत पर बड़ा हमला करने की धमकी दी थी, लेकिन 10 मई की सुबह उनका हमला विफल हो गया और भारत की जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया. इस घटना के बाद पाकिस्तान की भाषा बदल गई और इसके डीजीएमओ ने भारत से संपर्क किया.
नवीनतम स्थिति और पाकिस्तान का जवाब
भारत ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि अब उनकी नीति में बदलाव आ चुका है और पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की जरूरत है. इस बयान के जरिए भारत ने पाकिस्तान के साथ अपनी कूटनीतिक स्थिति को और मजबूत किया है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि आतंकवाद के खिलाफ भारतीय रवैया सख्त रहेगा.


