score Card

फेसबुक-इंस्टाग्राम पर फैला रहे थे अफवाहें, कर रहे थे देशविरोधी हरकतें... योगी सरकार के निर्देश पर 25 लोग गिरफ्तार

सोशल मीडिया पर देश के खिलाफ पोस्ट करना कुछ लोगों को बहुत महंगा पड़ गया. योगी सरकार के आदेश के बाद यूपी पुलिस ने 25 लोगों को पकड़ लिया और 40 अकाउंट भी बंद कर दिए. लेकिन ये तो बस शुरुआत है… बाकी नामों की लिस्ट और पूरी कहानी जानकर हैरान रह जाएंगे!

Aprajita
Edited By: Aprajita

UP News: उत्तर प्रदेश में अगर अब कोई सोशल मीडिया पर देश के खिलाफ पोस्ट करेगा, तो सीधा पुलिस की रडार पर आ जाएगा. हाल ही में ऐसा ही कुछ हुआ जब फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव को लेकर भ्रामक और राष्ट्र विरोधी बातें फैलाने वाले 25 लोगों को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश पर हुई. उन्होंने साफ कहा था कि देश के खिलाफ जहर फैलाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा न जाए. इसके बाद यूपी साइबर क्राइम मुख्यालय ने कमर कस ली और ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान शुरू की, जो अफवाहें फैला रहे थे.

क्या था मामला?

हाल ही में भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी, जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बना. इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोग जानबूझकर अफवाहें फैलाने लगे. किसी ने सेना को बदनाम करने की कोशिश की तो कोई पाकिस्तान के समर्थन में पोस्ट डालने लगा. इन सभी गतिविधियों को गंभीरता से लेते हुए साइबर क्राइम मुख्यालय ने जांच शुरू की.

डीजीपी प्रशांत कुमार के मुताबिक, अब तक 40 सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक किया गया है. इनमें से ज़्यादातर फेसबुक और इंस्टाग्राम के हैं. वहीं यूट्यूब का एक खाता भी चिह्नित किया गया है.

कैसे हुई कार्रवाई?

एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश की अगुवाई में एक टीम बनाई गई, जिसने इन अकाउंट्स की जांच की. जहां-जहां राष्ट्र विरोधी गतिविधियां पाई गईं, वहां तुरंत मुकदमा दर्ज कर 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया.

गिरफ्तार किए गए लोगों की सूची में कई जिलों से आरोपी शामिल हैं – कानपुर, कासगंज, बदायूं, संभल, बरेली, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर और कई अन्य ज़िलों से. इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने बिना तथ्यों की पुष्टि किए राष्ट्र विरोधी बातें पोस्ट कीं और लोगों को गुमराह करने की कोशिश की.

डीजीपी ने जनता से की अपील

डीजीपी ने आम जनता से अपील की है कि कोई भी जानकारी, फोटो या वीडियो शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई ज़रूर जांचें. अगर कोई गलत जानकारी फैलाई गई, तो वह गंभीर अपराध माना जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि यूपी पुलिस का आधिकारिक फैक्ट चेक ट्विटर हैंडल @UPPViralCheck है, जहां से किसी भी खबर की सच्चाई जांची जा सकती है.

calender
14 May 2025, 10:15 AM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag