चांद के हो जाएंगे दो टुकड़े? वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी ने बढ़ाई बैचेनी
नासा ने हाल ही में राहतभरी खबर दी थी कि एस्टेरॉयड 2024 YR4 अब धरती से नहीं टकराएगा. लेकिन अब यह एस्टेरॉयड चाँद की ओर बढ़ रहा है और नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे चाँद को नुकसान हो सकता है. कुछ हफ्ते पहले नासा ने आशंका जताई थी कि 2032 में यह एस्टेरॉयड धरती से टकरा सकता है, जिससे हिरोशिमा बम से 500 गुना ज्यादा ताकतवर धमाका हो सकता था. लेकिन अब ताज़ा अपडेट में वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 1.7% संभावना है कि 22 दिसंबर 2032 को यह एस्टेरॉयड चाँद से टकरा सकता है.

नासा ने हाल ही में राहतभरी खबर दी थी कि एस्टेरॉयड 2024 YR4 अब धरती से नहीं टकराएगा, जिससे संभावित तबाही का खतरा टल गया. लेकिन अब यह एस्टेरॉयड चाँद की ओर बढ़ रहा है और नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे चाँद को नुकसान हो सकता है.
कुछ हफ्ते पहले नासा ने आशंका जताई थी कि 2032 में यह एस्टेरॉयड धरती से टकरा सकता है, जिससे हिरोशिमा बम से 500 गुना ज्यादा ताकतवर धमाका हो सकता था. लेकिन अब ताज़ा अपडेट में वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 1.7% संभावना है कि 22 दिसंबर 2032 को यह एस्टेरॉयड चाँद से टकरा सकता है.
टकराने पर कितना नुकसान होगा?
अगर 30,000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से यह चाँद से टकराया, तो वैज्ञानिकों के अनुसार करीब 6,500 फीट चौड़ा गड्ढा बन सकता है. चूँकि चाँद का कोई वायुमंडल नहीं है, इसलिए इस टक्कर से भारी नुकसान संभव है. इसका चाँद पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है.
क्या चाँद दो टुकड़ों में बँट सकता है?
यह सवाल बड़ा है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा होने की संभावना बहुत कम है. कई शोधकर्ताओं के अनुसार, समय के साथ एस्टेरॉयड के चाँद से टकराने की संभावना भी कम होती जा रही है, जिससे थोड़ी राहत की उम्मीद है.
अब नासा का जेम्स वेब टेलीस्कोप इस एस्टेरॉयड का सटीक आकार और गति का विश्लेषण करेगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि चाँद के लिए यह खतरा कितना गंभीर हो सकता है.


