अब घर बैठे मिलेगा राशन, लॉन्च हुआ बायोमेट्रिक राशन एटीएम
एरिक्सन द्वारा लॉन्च किए गए राशन एटीएम से अब लोग किसी भी समय, किसी भी जगह से बायोमेट्रिक आधार के जरिए राशन ले सकेंगे. साथ ही, रेलवे सुरक्षा के लिए रोबोट तकनीक पेश की गई है, जो डिब्बों में जाकर लाइव निगरानी और सुरक्षा जांच करेगी.

सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) में अब राशन लेने के लिए राशन दुकान तक जाने की जरूरत नहीं होगी. बुधवार को मोबाइल कांग्रेस में एरिक्सन कंपनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने राशन एटीएम का लॉन्च किया. यह नई मशीन बायोमेट्रिक तकनीक से संचालित होगी और एक बार में 25-30 किलोग्राम राशन वितरित करने में सक्षम है.
यदि किसी व्यक्ति का राशन कोटा 15 किलोग्राम का है, तो मशीन उसे बताएगी कि वह 15 किलोग्राम तक राशन ले सकता है. इसके अलावा, यदि वह उस समय कम राशन लेना चाहता है, तो शेष राशन बाद में किसी भी समय अपनी सुविधा के अनुसार ले सकता है. यह सुविधा देश के किसी भी हिस्से में उपलब्ध होगी और राज्य सरकारें भी इस प्रकार के एटीएम लगाने के लिए कंपनी से संपर्क कर रही हैं.
कहां लगाए जाएंगे राशन एटीएम
उत्तर प्रदेश और गुजरात के कई शहरों में ये एटीएम मशीनें स्थापित की जा रही हैं. बनारस, गोरखपुर और अहमदाबाद जैसे शहरों में इन्हें पहले ही लगाया गया है. एटीएम मशीन की क्षमता लगभग 500 किलोग्राम है और यह सिर्फ 30 सेकेंड में राशन वितरित कर सकती है.
घर बैठे राशन लेने की सुविधा
बायोमेट्रिक आधार के माध्यम से जुड़े होने की वजह से किसी भी व्यक्ति को राशन लेने के लिए दुकान के खुलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा. यह सुविधा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी. मशीन से चावल, गेहूं, दाल जैसे अनाज भी वितरित किए जा सकते हैं. वर्तमान में सरकार लगभग 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन प्रदान करती है. इस तकनीक से यह सुनिश्चित होगा कि सरकार को पता रहेगा कि किस व्यक्ति ने कितना राशन लिया.
रेलवे सुरक्षा में रोबोट का उपयोग
एरिक्सन ने प्रधानमंत्री के सामने रेलवे सुरक्षा के लिए रोबोट तकनीक भी पेश की. यह रोबोट सभी डिब्बों में जाकर सुरक्षा जांच करेगा. इसमें लगे कैमरों के जरिए डाटा सीधे सुरक्षा अधिकारियों तक लाइव पहुंचाया जाएगा. आने वाले समय में यह रोबोट रेलवे में सुरक्षा जांच के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण साबित होगा. मोबाइल कांग्रेस में इसका लाइव डेमो भी दिखाया गया, जिसमें रोबोट ने खुद ही डिब्बों की निगरानी और जांच की.
इस नई तकनीक से न केवल सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और सुविधा बढ़ेगी, बल्कि रेलवे सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भी आधुनिक तकनीक का उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा. यह कदम डिजिटल इंडिया और स्मार्ट इंडिया की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है.


