ऑपरेशन सिंदूर पर सेना प्रमुख ने कहा- पाकिस्तान को शतरंज की तरह दी शह और मात
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ रणनीतिक "शतरंज की चाल" चलते हुए बड़ी सैन्य सफलता हासिल की. यह मिशन राजनीतिक स्पष्टता, पूर्ण सैन्य छूट और सटीक हमलों के चलते भारत की निर्णायक जीत में बदल गया.

थल सैन्य अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने ऑपरेशन सिंदूर को पारंपरिक सैन्य कार्रवाई से हटकर एक खतरनाक ‘शतरंज’ की चाल के रूप में वर्णित किया. उन्होंने स्वीकार किया कि इसमें दुश्मन की अगली हरकत का अनुमान लगाना मुश्किल था, जिससे अभियान खेल में निर्णायक ‘शह‑मात’ जैसा बन गया. उन्होंने इसे “ग्रेज़ोन” बताया. एक ऐसा क्षेत्र जहां मानक युद्ध रणनीति नहीं, बल्कि सूझबूझ और साहसिक विकल्प काम में लिए जाते हैं.
अधिकारियों को ‘पूर्ण छूट’
जनरल द्विवेदी ने इस ऑपरेशन को राजनीति और सैन्य योजना का उत्कृष्ट संगम बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री ने अधिकारियों को ‘पूर्ण छूट’ दी, जिसके असर में सैन्य नेतृत्व ने रणनीति बनाने और कार्रवाई करने में बचाव की किसी बाधा के बिना काम किया. यह स्पष्ट दिशा और आत्मविश्वास सेना की ताकत बन गया.
ऑपरेशन सिंदूर उन आतंकवादी हॉटस्पॉट्स पर लक्षित हवाई हमलों का नाम था, जिनकी योजना भारत में आतंक फैलाने की होती थी. इसमें सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर नौ महत्वपूर्ण ठिकानों पर हमला किया. भारत ने यह कदम आतंकियों के प्रमुख केंद्र जैस जे-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के शिविर पर अंजाम दिया, लेकिन स्पष्ट रूप से कोई पाकिस्तानी सैन्य ढांचा प्रभावित नहीं किया गया. इस हमले की तेज़-तर्रार प्रकृति और ‘नॉन-एस्केलेटरी’ रवैये ने इसे महत्वपूर्ण बना दिया.
आतंकवादी नेटवर्क को गहरा धक्का
इस अभियान ने आतंकवादी नेटवर्क को गहरा धक्का पहुंचाया. विदेशी मामलों की रिपोर्ट में बताया गया है कि इसमें करीब 100 आतंकियों की मौत हुई, जिनमें प्रमुख नेता जैसे अब्दुल रऊफ आज़हर शामिल थे. जैसजेएम के कनेक्शन वाला आतंकियों की आईसी-814 विमान अपहरण घटना में भी प्रमुख भूमिका निभाने वाला नाम. इस कार्रवाई ने भारत की आतंक-रोधी क्षमताओं को साबित किया.
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में एयर डिफेंस संस्थानों जैसे एस-400 का उपयोग प्रभावशाली रहा. उन्होंने 5 पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों और एक अप्रत्याशित बड़े सैन्य विमान को मार गिराने की सफलता पर प्रकाश डाला. यह भारत की सतह‑से‑वायु युद्ध में अब तक की सबसे बड़ी जीत मानी गई.
द्विवेदी ने कहा कि पाकिस्तान अपनी हार को छुपाने के लिए मार्शलाइजेशन की ‘निरंतर हार’ वाली कल्पना पेश करता है, हालांकि वास्तविकता उसकी विपक्ष में थी.


