पाकिस्तान ने एलओसी पर की गोलीबारी, भारतीय सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका भारतीय सेना ने जोरदार जवाब दिया। दोनों देशों के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं।

नई दिल्ली: पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। इस बीच बीती रात पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा और पुंछ जिलों के सामने स्थित भारतीय चौकियों पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी पाकिस्तानी नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देते हुए सख्त कार्रवाई की। पहलगाम हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है। सुरक्षाबलों ने पहाड़ियों और घने इलाकों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। सेना का साफ कहना है कि अब आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा और हर हमले का कड़ा जवाब दिया जाएगा।
जनरल अनिल चौहान ने दी बड़ी रणनीति की जानकारी
देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने 27 अप्रैल को दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात में पहलगाम हमले के बाद उठाए गए कदमों और आगे की सैन्य रणनीति पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक सेना को सीमा पर पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी चुनौती का तुरंत जवाब दिया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवादियों को चेताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित करते हुए आतंकवादियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी और शहीदों के परिवारों को न्याय दिलाना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि कश्मीर में हाल के वर्षों में अभूतपूर्व विकास हुआ है और अब दुश्मन ताकतें वहां की शांति और समृद्धि को बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं।
पहलगाम हमला: एक दर्दनाक त्रासदी
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 बेगुनाह लोगों की जान चली गई थी, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे। इस हमले को 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। हमले के बाद देशभर में आक्रोश की लहर है और अब सरकार हर मोर्चे पर आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के मूड में नज़र आ रही है।


