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'बजरंग बली की जय' के नारों के बीच पाक पोस्ट तबाह, राजपूत रेजीमेंट ने दी करारा जवाब

जम्मू की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से हुई ड्रोन और गोलीबारी की कार्रवाई का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया. राजपूत रेजीमेंट के जवानों ने ‘बजरंग बली की जय’ के जयघोष के साथ पाकिस्तानी पोस्टों को कुछ ही मिनटों में ध्वस्त कर दिया, जिसमें लगभग 18 से 20 पाक सैनिक ढेर हुए.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

जम्मू के अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर पाकिस्तान की ओर से हुए ड्रोन और गोलीबारी हमले का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है. राजपूत रेजीमेंट के जांबाजों ने न सिर्फ पाकिस्तानी फायरिंग को मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि कुछ ही मिनटों में दुश्मन की चौकियों को ध्वस्त कर दिया. इस जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ और कई सैनिक ढेर हुए.

एक इंटरव्यू में बात करते हुए राजपूत रेजीमेंट के एक मेजर और उनकी टीम ने उस ऑपरेशन की पूरी कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने ‘बजरंग बली की जय’ के नारे लगाते हुए पाकिस्तानी पोस्टों को तहस-नहस कर दिया. इस ऑपरेशन को लेकर सेना की रणनीति, हथियारों का इस्तेमाल और तकनीकी बढ़त ने यह साबित कर दिया कि भारतीय सेना हर मोर्चे पर दुश्मन को पछाड़ने में सक्षम है.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट

7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था. इसका जवाब देने के लिए पाकिस्तान ने 10 मई को जम्मू के कई नागरिक इलाकों को निशाना बनाया, जिसमें ड्रोन और सीमा पार से गोलीबारी शामिल थी. जवाब में भारतीय सेना ने बेहद तीव्र और सटीक जवाबी कार्रवाई की.

“मुझे चौथा दुश्मन पोस्ट खत्म करने का आदेश मिला था”

राजपूत रेजीमेंट के मेजर ने बताया कि मेरे कमांडिंग ऑफिसर ने मुझे उस चौथे दुश्मन पोस्ट को नष्ट करने का टास्क सौंपा, जिसने भारतीय नागरिक इलाकों और आर्मी पोजिशन को निशाना बनाया था. उन्होंने आगे बताया कि उन चार में से दो पोस्ट हाइब्रिड पोस्ट थे, जो आतंकियों की घुसपैठ के लिए लॉन्चपैड का काम कर रहे थे.

पहले से मिली थी पक्की खुफिया जानकारी

मेजर के मुताबिक, भारतीय सेना को इन दुश्मन पोस्टों की जानकारी पहले से थी. उनकी लोकेशन, ताकत और स्ट्रक्चर से जुड़े तमाम इनपुट्स पहले से जुटा लिए गए थे. इससे ऑपरेशन को बेहद सटीक और असरदार बनाया जा सका.

बजरंग बली की जय और 'लंका दहन'

जब ऑपरेशन शुरू हुआ तो जवानों ने ‘बजरंग बली की जय’ के जयघोष के साथ दुश्मन पर हमला बोला. इस कार्रवाई को सेना के जवान ‘लंका दहन’ की तरह बता रहे हैं – जैसे रामायण में हनुमान जी ने लंका जलाकर रावण को चेताया था, वैसे ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसकी हरकतों का जवाब दिया.

हथियारों का जबरदस्त इस्तेमाल

इस जवाबी हमले में भारतीय सेना ने रॉकेट लॉन्चर्स, मोर्टार, एडवांस AK सीरीज राइफल्स, लाइट मशीन गन, ग्रेनेड लॉन्चर और अन्य इन्फैंट्री हथियारों का जमकर इस्तेमाल किया. मेजर ने बताया. “हमने दुश्मन पर लगभग 18 से 20 सैनिकों का नुकसान पहुंचाया.”

तकनीक में भी आगे भारत

सेना के जवानों के मुताबिक, इस ऑपरेशन में भारत की तकनीकी बढ़त ने भी बड़ी भूमिका निभाई. पोस्ट पर निगरानी, बमों की लोकेशन ट्रैकिंग और जवाबी कार्रवाई की सटीकता से साबित हुआ कि पाकिस्तान भारत की संचार प्रणाली या निगरानी तंत्र को प्रभावित नहीं कर पाया. एक अन्य जवान ने बताया कि हम लगातार दुश्मन के पोस्ट पर निगरानी रखे हुए थे, देख रहे थे बम कहां गिर रहे हैं और कहां नहीं. उसी हिसाब से हमने जवाब दिया.

पाकिस्तान ने मांगा सीजफायर

10 मई को जब भारत की जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को हिला दिया, तब पाकिस्तान की ओर से भारत को सीज़फायर का प्रस्ताव भेजा गया. दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद संघर्षविराम पर सहमति बनी.

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19 May 2025, 05:28 PM IST

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