'पूरी गाजा पट्टी पर कब्जा करेगा इजरायल', नेतन्याहू ने फिलिस्तीन को दी सीधी चेतावनी, IDF का ऑर्डर- खाली करो इलाका

इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने गाजा पट्टी पर पूर्ण सैन्य नियंत्रण की योजना स्पष्ट की, जबकि मानवीय संकट को देखते हुए सीमित खाद्य आपूर्ति की अनुमति दी. हमास से युद्धविराम की शर्तों में बंधकों की रिहाई और गाजा का निरस्त्रीकरण शामिल है. गाजा में हवाई हमलों से स्थिति और बिगड़ी है, वहीं “गिदोन के रथ” नाम से नया सैन्य अभियान शुरू हुआ है. अमेरिका ने इजरायल का समर्थन करते हुए मानवीय सहायता की जरूरत बताई.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को स्पष्ट कर दिया कि उनका उद्देश्य गाजा पट्टी के हर क्षेत्र पर पूर्ण सैन्य नियंत्रण स्थापित करना है. यह घोषणा उस वक्त आई जब एक दिन पहले ही उन्होंने संभावित युद्धविराम के संकेत दिए थे. टेलीग्राम चैनल पर जारी एक वीडियो में नेतन्याहू ने कहा, “हमारी लड़ाई तीव्र है और हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं. हम गाजा के हर हिस्से पर नियंत्रण प्राप्त करेंगे. हम रुकेंगे नहीं और न ही हार मानेंगे.”

मानवीय संकट के बीच सीमित राहत की अनुमति

नेतन्याहू ने स्वीकार किया कि गाजा में भूख की स्थिति गंभीर होती जा रही है. उन्होंने कहा कि कुछ हद तक खाद्य सामग्री की आपूर्ति की अनुमति दी जाएगी ताकि जनसंख्या को अकाल से बचाया जा सके. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय व्यावहारिक और कूटनीतिक दोनों कारणों से लिया गया है, क्योंकि इजरायल के सहयोगी देश भी "भुखमरी की भयावह तस्वीरों" को नजरअंदाज नहीं कर सकते.

युद्धविराम की शर्तें

नेतन्याहू के कार्यालय ने रविवार को बताया कि हमास के साथ समझौता तभी संभव होगा जब कुछ अहम शर्तें पूरी हों. इसमें शामिल हैं – सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई, हमास नेताओं का निर्वासन, और गाजा पट्टी का विसैन्यीकरण.

बयान में कहा गया कि दोहा में चल रही वार्ताओं में "विटकॉफ ढांचे" या व्यापक संघर्ष विराम योजना के तहत इन मुद्दों पर मंथन हो रहा है. इन चर्चाओं का आधार अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ द्वारा प्रस्तावित समाधान है, जिसमें प्राथमिकता बंधकों की रिहाई और गाजा में हमास की सत्ता को समाप्त करना है.

रिपोर्ट के अनुसार, नेतन्याहू ने इजरायली प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए कतर में ही बने रहने का निर्देश दिया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसे संभावित प्रगति की आशा के रूप में देखा है, भले ही अंतिम समझौता अभी भी दूर लगता हो.

गाजा में बिगड़ता मानवीय संकट

गाजा में हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं. रविवार रात हुए इजरायली हवाई हमलों में 100 से अधिक लोगों की मौत की खबर है, जिससे क्षेत्र का एक प्रमुख अस्पताल बंद हो गया. रेड क्रॉस और अन्य मानवीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि गाजा का स्वास्थ्य और आपूर्ति ढांचा पूरी तरह चरमराने की कगार पर है. इजरायल द्वारा जारी नाकाबंदी के कारण पिछले दो महीनों से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति गंभीर रूप से प्रभावित हुई है.

नया सैन्य अभियान

इजरायल ने हाल ही में एक नई सैन्य कार्रवाई की शुरुआत की है, जिसका नाम "गिदोन के रथ" रखा गया है. इस ऑपरेशन का उद्देश्य गाजा में इजरायल के नियंत्रण को और गहरा करना, नागरिकों को दक्षिण की ओर स्थानांतरित करना, और सहायता सामग्री के वितरण को नियंत्रित करना है.

अमेरिका की प्रतिक्रिया

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल की रणनीति का समर्थन करते हुए गाजा के संकट को गंभीर करार दिया. उन्होंने कहा कि, “गाजा में लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं.” साथ ही उन्होंने इस मानवीय संकट से निपटने के लिए अमेरिका की भूमिका को अहम बताया और मदद का आश्वासन दिया.

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19 May 2025, 04:59 PM IST

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