पाक हैकरों ने सेना की वेबसाइट हैक करने नाकाम कोशिश, भारत ने दिया मुहतोड़ जवाब
पाकिस्तानी हैकर ग्रुप्स ने भारत की कई संवेदनशील वेबसाइटों को निशाना बनाकर साइबर हमला करने की कोशिश की, जिनमें बच्चों और पूर्व सैनिकों से जुड़ी साइटें प्रमुख थीं. इन हमलों के पीछे 'HOAX1337' और 'नेशनल साइबर क्रू' जैसे समूह शामिल बताए जा रहे हैं. भारतीय साइबर एजेंसियों की सतर्कता से ये प्रयास विफल कर दिए गए. यह घटना हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद सामने आई है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.

पाकिस्तान के साइबर हैकर ग्रुप्स ने गुरुवार को भारत की कई संवेदनशील वेबसाइटों पर साइबर हमला करने की कोशिश की. इन प्रयासों में विशेष रूप से बच्चों, पूर्व सैनिकों और कल्याण सेवाओं से जुड़ी साइटों को टारगेट किया गया. हालांकि, भारतीय साइबर सुरक्षा एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई से अधिकांश हमले विफल कर दिए गए और किसी संवेदनशील डेटा को नुकसान नहीं पहुंचा.
बच्चों और पूर्व सैनिकों को बनाया निशाना
रिपोर्ट्स के अनुसार, "HOAX1337" और "नेशनल साइबर क्रू" जैसे पाकिस्तानी हैकर समूहों ने हाल ही में हुए पहलगाम हमले के पीड़ितों का मजाक उड़ाते हुए भड़काऊ सामग्री के साथ भारतीय सैन्य स्कूलों जैसे आर्मी पब्लिक स्कूल (APS) नगरोटा और सुंजवान की वेबसाइटों को खराब करने का प्रयास किया. इन प्रयासों में उन संस्थानों को निशाना बनाया गया जो समाज के सबसे संवेदनशील वर्गों बच्चों और पूर्व सैनिकों – की सेवा करते हैं.
एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, “इस तरह के गैर-लड़ाकू प्लेटफॉर्म को बार-बार निशाना बनाना पाकिस्तान की हताशा और अमानवीय साइबर रणनीति को दर्शाता है.”
कल्याण पोर्टलों पर हमले की साजिश
सिर्फ सैन्य स्कूल ही नहीं, बल्कि आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गनाइजेशन (AWHO), इंडियन एयरफोर्स प्लेसमेंट ऑर्गनाइजेशन और आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट जैसी संस्थाओं की वेबसाइटों को भी निशाना बनाया गया. 29 अप्रैल को “IOK हैकर” नामक एक समूह, जिसका मतलब 'Internet of Khilafah' है, ने भारत के कल्याण और शैक्षणिक नेटवर्कों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की.
एजेंसियों की तत्परता से हमले हुए विफल
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इन हमलों के चार मामलों की पुष्टि की है. इनमें APS श्रीनगर और APS रानीखेत की वेबसाइटों पर भ्रामक सामग्री डाली गई, जबकि APS श्रीनगर पर डीडीओएस हमला किया गया. हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते प्रभावित सिस्टम को अलग कर दिया और डेटा सुरक्षित रखा गया. सभी वेबसाइटों को पुनः एक्टिव कर दिया गया है और अतिरिक्त सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू कर दिए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह के हमलों को रोका जा सके.
सीमा पर भी बढ़ा तनाव
साइबर हमलों के बीच, नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. पाकिस्तानी सेना ने लगातार आठवें दिन जम्मू-कश्मीर के विभिन्न सेक्टरों कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, नौशेरा और अखनूर – में अकारण गोलीबारी की. भारतीय सेना ने संयमित और उचित जवाबी कार्रवाई की.
पहलगाम हमला
22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने बैसरन घास के मैदान में पर्यटकों पर हमला किया था. इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें 25 पर्यटक थे. इस घटना को लेकर देश में पहले से ही आक्रोश का माहौल था और अब पाकिस्तानी हैकरों द्वारा पीड़ितों का मजाक उड़ाने की हरकत ने स्थिति को और संवेदनशील बना दिया है.


