‘ऑपरेशन सिंदूर’: पीएम मोदी ने आतंकी हमलों के जवाब को दी नई पहचान
भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सटीक हमले किए हैं. चलिए जानते हैं इस ऑपरेशन को सिंदूर नाम क्यों दिया गया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के खिलाफ की गई सर्जिकल कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया है. इस ऑपरेशन का नाम उन महिलाओं को समर्पित किया गया है जिन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में अपने पति को खोया था. सिंदूर, भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओं के सुहाग का प्रतीक है. इस अभियान का नामकरण उसी सम्मान और श्रद्धांजलि की भावना से प्रेरित है.
रॉ की जानकारी के आधार पर ऑपरेशन
भारत ने बुधवार तड़के एक समन्वित सैन्य अभियान में पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को सटीक मिसाइल हमलों से निशाना बनाया. इन ठिकानों में जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके जैसे महत्वपूर्ण आतंकी अड्डे शामिल थे. इस ऑपरेशन को भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की जानकारी के आधार पर अंजाम दिया गया.
यह कार्रवाई तब की गई जब प्रधानमंत्री मोदी ने 29 अप्रैल को शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में सशस्त्र बलों को आतंकवाद का जवाब देने के लिए पूर्ण अभियानिक स्वतंत्रता प्रदान की थी. उन्होंने स्पष्ट किया था कि भारत आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और हर हमले का जवाब पूरी ताकत से दिया जाएगा.
संयमित और केंद्रित कार्रवाई
भारत सरकार ने इस ऑपरेशन को संयमित और केंद्रित कार्रवाई बताया है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, हमले केवल आतंकी ढांचों पर केंद्रित थे और पाकिस्तानी सेना की किसी भी सुविधा को निशाना नहीं बनाया गया. इस बात पर विशेष ज़ोर दिया गया कि यह कोई उकसाने वाला युद्ध नहीं, बल्कि आतंकवादियों को जवाबदेह ठहराने की कार्रवाई थी.
प्रधानमंत्री मोदी ने की निगरानी
इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की पूरी रात निगरानी की और स्थिति की लगातार समीक्षा करते रहे. सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस ऑपरेशन से जुड़ी विस्तृत जानकारी औपचारिक रूप से जल्द साझा की जाएगी.