PM मोदी की कूटनीतिक चाल ने पाकिस्तान को सीजफायर की भीख मांगने पर किया मजबूर – सुखबीर बादल की सराहना!
जब पाकिस्तान को सीजफायर की भीख मांगनी पड़ी और सुखबीर बादल ने मोदी जी को बताया असली कूटनीति का उस्ताद… वहीं कुछ नेता टीवी पर बैठकर ज्ञान बांटते दिखे! जानिए किसने क्या कहा और क्यों इसे देशभक्ति बनाम राजनीति की लड़ाई कहा जा रहा है...

Punjab: बीते दिनों हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान की घबराहट को लेकर देश में माहौल गर्म है. ऐसे में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. उन्होंने पाकिस्तान के सीजफायर की अपील को भारत की कूटनीतिक जीत बताया है और कुछ नेताओं पर जमकर निशाना साधा है, जो सरकार की आलोचना कर रहे हैं.
मोदी की कूटनीति ने पाकिस्तान को झुकाया
सुखबीर बादल ने कहा कि PM मोदी ने जैसे हालात को कूटनीतिक तरीके से संभाला, वैसा हर कोई नहीं कर सकता. उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को वाशिंगटन जाकर सीजफायर की भीख मांगनी पड़ी, और यह सब प्रधानमंत्री मोदी की सूझबूझ का ही नतीजा है. उन्होंने भारतीय सेना को भी “बहादुर और देश की ढाल” बताते हुए सलाम किया.
टीका-टिप्पणी करने वालों पर तीखा हमला
सीजफायर के फैसले पर सवाल उठाने वाले नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए सुखबीर बादल ने कहा कि कुछ नेता तो सिर्फ ड्राइंग रूम में बैठकर टीवी पर जंग का मजा ले रहे हैं, जबकि पंजाब जैसे राज्यों ने असली नुकसान झेला है. उन्होंने दो टूक कहा कि ये नेता देश के असली दुश्मन हैं, जो राजनीतिक फायदे के लिए सेना की मेहनत और सरकार के फैसलों पर सवाल उठा रहे हैं.
सिख समुदाय ने हर बार निभाया साथ
उन्होंने यह भी कहा कि हर बार संकट के समय सिख समुदाय देश के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहा है. युद्ध हो या आतंकवाद – सिखों ने हमेशा मोर्चा संभाला है.
Sukhbir Singh Badal hails PM Modi’s bold leadership and salutes India’s armed forces for a crushing defeat of terrorists and their sponsors. Says Pak Army was forced to run to Washington for ceasefire plea—“Peace after victory is true statesmanship.” pic.twitter.com/rBVnmvEFtJ
— Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ رویندرسنگھ روبن (@rsrobin1) May 13, 2025
संसद में बहस की मांग
खबर में आगे बताया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है. इस सत्र में पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर पर चर्चा की बात कही गई है.


