RCB ने बिना पुलिस अनुमति के निकाली परेड!, मुफ्त प्रवेश ने मचाई अफरातफरी
आरसीबी ने बेंगलुरु में विजय परेड की घोषणा बिना पुलिस की पूर्व अनुमति या सलाह के कर दी. सूत्रों के मुताबिक, टीम ने परेड में निःशुल्क प्रवेश की सूचना भी साझा की, जिससे वहां भीड़ बढ़ गई.

आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स को हराकर खिताब जीतने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 4 जून को विजय परेड आयोजित की, लेकिन इससे पहले पुलिस अनुमति नहीं ली गई थी. सूत्रों के अनुसार, टीम प्रबंधन ने 3 जून को बेंगलुरु पुलिस से परेड के लिए संपर्क किया था, लेकिन अधिकारिक अनुमति नहीं मिली थी.
क्या आरसीबी ने पुलिस से नहीं किया समन्वय?
बताया गया कि आरसीबी ने पुलिस से समन्वय किए बिना परेड की घोषणा सोशल मीडिया पर कर दी, जिससे भारी संख्या में लोग विधान सौधा और एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम पर इकट्ठा हो गए. वायरल ट्वीट को लाखों बार देखा गया, जिससे अचानक भीड़ उमड़ पड़ी.
पुलिस ने टीम को 4 जून को कार्यक्रम स्थगित करने की सलाह दी थी, लेकिन आरसीबी ने उसी दिन परेड की योजना जारी रखी. टीम के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट कर “निःशुल्क पास” का प्रचार किया गया, जिससे और ज्यादा लोग बिना पंजीकरण के पहुंचने लगे. बाद में पुलिस ने निर्देश दिया कि प्रवेश के लिए कम से कम एक पंजीकरण प्रक्रिया होनी चाहिए.

सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने रविवार (2 जून) को परेड आयोजित करने का सुझाव दिया था ताकि सुरक्षा तैयारियों के लिए समय मिल सके, लेकिन यह सुझाव नजरअंदाज कर दिया गया. 3 जून की रात तक पुलिसकर्मी सड़कों पर डटे रहे और सुबह 4 बजे तक भीड़ नियंत्रित करने में जुटे थे.
मृतक व्यक्ति के परिवार को ₹10 लाख की मदद
भीड़भाड़ के चलते भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई. इस त्रासदी के बाद सरकार को अव्यवस्था और प्रशंसकों की सुरक्षा को लेकर आलोचना झेलनी पड़ी. आरसीबी ने हादसे में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को ₹10 लाख की मदद देने और घायलों के लिए सहायता कोष स्थापित करने की घोषणा की है. विजय जश्न की लापरवाही ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.


