ऑपरेशन सिंदूर के बाद एस जयशंकर का कड़ा संदेश: 'आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता जरूरी
भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की शुरुआत की, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों को निशाना बनाते हुए पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकवादी मुख्यालयों पर सटीक हवाई हमले किए गए. इस हमले के बाद अब भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की पहला बयान सामने आया है.

भारत ने बुधवार को आतंकवादियों और उनके समर्थकों को कड़ा संदेश देते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' की शुरुआत की, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी मुख्यालयों पर किए गए एक उच्च-सटीक हवाई हमले का हिस्सा था. इस अभियान के तहत भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद (JE), लश्कर-ए-तैयबा (LET) और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित आतंकी समूहों के 9 ठिकानों को निशाना बनाया. ये हमले रात के समय किए गए और अधिकारियों के अनुसार, इनमें से कई ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की मिसाइलों ने सटीक निशाना साधा.
एस जयशंकर का बायन
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस हमले के बाद एक बयान जारी किया. बयान में उन्होंने कहा कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ शून्य सहिष्णुता दिखानी चाहिए. उनका यह संदेश आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की आवश्यकता पर जोर देता है.
आतंकवादी गतिविधियों को कड़ा संदेश
इस हमले में प्रमुख लक्ष्यों में पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में स्थित आतंकवादी अड्डे थे, जिनमें बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह, तेहरा कलां में सरजाल, कोटली में मरकज अब्बास और मुजफ्फराबाद में सैयदना बिलाल शिविर शामिल थे. ये सभी स्थान जैश-ए-मोहम्मद संगठन से संबंधित थे, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने एक आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित किया है. इन ठिकानों पर हुई भारतीय वायुसेना की सटीक कार्रवाई ने पाकिस्तान और उसकी समर्थक आतंकवादी गतिविधियों को कड़ा संदेश दिया.