छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, एनकाउंटर में 1 करोड़ के इनामी बालकृष्ण समेत 10 नक्सली ढेर
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच गहन जंगल में मुठभेड़ हुई, जिसमें 10 नक्सली मारे गए. यह कार्रवाई खुफिया सूचना के आधार पर की गई थी. रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि मुठभेड़ अभी भी जारी है और रुक-रुककर गोलीबारी हो रही है.

Chhattisgarh encounter: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों को एक बड़ी कामयाबी मिली है. यहां सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में 1 करोड़ के इनामी नक्सली बालकृष्ण समेत 10 से ज्यादा नक्सली ढेर हो गए. यह मुठभेड़ राज्य की राजधानी रायपुर से लगभग 150 किलोमीटर दूर गरियाबंद के गहन जंगलों में हुई. अधिकारियों के मुताबिक, यह ऑपरेशन पूर्व से प्राप्त खुफिया सूचना के आधार पर चलाया गया था.
रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने कहा कि गरियाबंद में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है और रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही है. कुछ नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है." उन्होंने कहा कि गरियाबंद में आज सुबह से ही नक्सल विरोधी अभियान जारी है. सुबह से ही मुठभेड़ जारी है.
विशेष बलों की संयुक्त कार्रवाई
आपको बता दें कि राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की संयुक्त टीम ने इस अभियान को अंजाम दिया. सूचना मिली थी कि बड़ी संख्या में माओवादी क्षेत्र में सक्रिय हैं और किसी बड़े हमले की योजना बना रहे हैं. इसके बाद जिला बल, DRG (जिला रिजर्व गार्ड) और CRPF के जवानों ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया. जब माओवादियों ने गोलियां चलानी शुरू कीं तो सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जो कई घंटों तक चली.
भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री बरामद की है. बरामद सामग्री में असॉल्ट राइफलें, देशी बंदूकें, बारूदी सुरंगें, वायर, डेटोनेटर और नक्सली साहित्य शामिल है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बरामद हथियारों से यह साफ है कि माओवादी किसी बड़े हमले की साजिश रच रहे थे, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया गया.
मृत माओवादियों की पहचान की जा रही
सुरक्षा बलों ने मौके से 10 माओवादियों के शव बरामद किए हैं. इनमें कुछ वरिष्ठ नक्सली कमांडर भी शामिल हो सकते हैं. पुलिस ने कहा है कि मारे गए माओवादियों की पहचान की प्रक्रिया जारी है. सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है और डीएनए जांच के जरिये भी पुष्टि की जाएगी.
किसी भी जवान को गंभीर चोट नहीं
इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. कुछ जवान हल्के तौर पर घायल हुए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद वापस ड्यूटी पर भेज दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने पूरे ऑपरेशन को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया, जिसके चलते जवानों की जान को कोई बड़ा खतरा नहीं हुआ.
गरियाबंद क्षेत्र में माओवादियों को बड़ा झटका
पुलिस का मानना है कि इस मुठभेड़ में माओवादियों को बड़ा झटका लगा है. गरियाबंद जिले का यह इलाका लंबे समय से माओवादी गतिविधियों का गढ़ माना जाता रहा है. लगातार सुरक्षा बलों की बढ़ती दबिश और विकास कार्यों की वजह से माओवादियों का प्रभाव धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. अधिकारियों को उम्मीद है कि इस बड़ी कार्रवाई से इलाके में माओवादियों का मनोबल टूटेगा और स्थानीय लोग भी हिंसक गतिविधियों से दूरी बनाएंगे.
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने सुरक्षाबलों को इस बड़ी सफलता के लिए बधाई दी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नक्सलवाद के पूरी तरह उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसी कार्रवाइयां आगे भी जारी रहेंगी. उन्होंने जवानों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा.


