'सेंगर की जमानत मेरे लिए काल है...', सुरक्षा के लिए जेल में डाल दो, उन्नाव रेप पीड़िता का दर्द भरा फरियाद
उन्नाव रेप केस की पीड़िता इस खबर से बेहद टूट चुकी हैं कि दिल्ली हाईकोर्ट ने आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा को फिलहाल सस्पेंड कर दिया है.

नई दिल्ली: उन्नाव रेप मामले में दोषी ठहराए गए बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा सस्पेंड किए जाने के अदालती फैसले पर पीड़िता ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पीड़िता ने इस फैसले को अपने परिवार के लिए काल करार देते हुए कहा कि इससे उनका डर और ज्यादा बढ़ गया है.
पीड़िता का कहना है कि अगर दोषी को जेल से बाहर रखा जा रहा है, तो उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए. उन्होंने साफ कहा कि ऐसे हालात में उनकी सुरक्षा के लिए उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए, क्योंकि वे खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं.
देश की बेटियां डरी हुई हैं
पीड़िता ने बुधवार शाम दिल्ली में कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह देश का पहला ऐसा आदेश है, जिसमें रेप केस में दी गई सजा पर रोक लगाकर जमानत दी गई है. पीड़िता ने कहा कि इससे देश की सभी बेटियों में डर का माहौल पैदा हो गया है कि उनके साथ अपराध होगा और आरोपी बच निकलेंगे.
दूरी के आदेश पर उठाए सवाल
पीड़िता ने यह भी कहा कि आरोपी को उनसे पांच किलोमीटर दूर रहने का आदेश देकर उन्हें उनके ही घरों में कैद कर दिया गया है. उनका कहना है कि इस फैसले ने उनकी स्वतंत्रता और सुरक्षा, दोनों को खतरे में डाल दिया है.
CBI जाएगी सुप्रीम कोर्ट
मामले में अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली हाई कोर्ट की डिवीजन बेंच द्वारा दिए गए जमानत आदेश का अध्ययन करने के बाद इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का फैसला किया है.
पीड़िता की मां की दो टूक
पीड़िता की मां ने कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर की जमानत रद्द होनी चाहिए, तभी उन्हें इंसाफ मिलेगा. उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि न्याय के लिए वे अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी.
राहुल गांधी का सवाल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्या एक गैंगरेप पीड़िता के साथ ऐसा व्यवहार उचित है? क्या उसकी 'गलती' यह है कि वह न्याय के लिए अपनी आवाज उठाने की हिम्मत कर रही है?


