'बंगाल के शिक्षा मंत्री की गाड़ी पर फेंकें गए जूते, गाड़ी तोड़ी और... जादवपुर यूनिवर्सिटी में बवाल, 2 घंटे तक बंधक बने मंत्री'
जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा! वामपंथी छात्र संगठनों ने शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु को घेर लिया, उनकी गाड़ी के टायर की हवा निकाल दी और जमकर तोड़फोड़ की. मंत्री को दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया, जिसके बाद हालात और बिगड़ गए. आखिर क्या थी इस बवाल की वजह? और अब प्रशासन क्या करने वाला है? जानिए पूरी खबर...

Chaos at Jadavpur University: जादवपुर यूनिवर्सिटी एक बार फिर विवादों में है. इस बार मामला शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन का है. यूनिवर्सिटी कैंपस में पश्चिम बंगाल कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी प्रोफेसर एसोसिएशन (WBCUPA) की बैठक चल रही थी, तभी वामपंथी छात्र संगठनों ने हंगामा शुरू कर दिया. छात्रों ने छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर नारेबाजी की और मंत्री की गाड़ी रोककर जमकर तोड़फोड़ की.
कैसे भड़का विवाद?
शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु जब बैठक में शामिल होने पहुंचे, तो प्रदर्शन पहले से ही जारी था. छात्रों ने अचानक मंत्री की गाड़ी को घेर लिया और विरोध जताने लगे. अधिकारियों ने मामले को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन स्थिति बिगड़ती चली गई. छात्रों ने हाथापाई शुरू कर दी और मंत्री की कार को क्षतिग्रस्त कर दिया. टायरों की हवा निकाल दी गई, बोनट और खिड़कियां तोड़ दी गईं और विरोध स्वरूप कार पर जूते तक रख दिए गए.
मंत्री को बनाया बंधक
विरोध इतना बढ़ गया कि शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु को लगभग दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया. पुलिस और प्रशासन की कोशिशों के बाद मामला शांत हो पाया. इस दौरान छात्रों के बीच झड़प भी हुई, जिसमें एक छात्र बुरी तरह घायल हो गया.
Bengal #EducationMinister @basu_bratya attacked in Jadavpur University. His car got damaged . Minister taken to hospital .
— Kamalika Sengupta (@KamalikaSengupt) March 1, 2025
Left students were protesting while Minister was went there to attend #TMC professors unions ( WEBCUPA ) program .
Students were protesting demanding… pic.twitter.com/rOI90H730v
जादवपुर यूनिवर्सिटी में विवाद कोई नई बात नहीं
यह पहली बार नहीं है जब जादवपुर यूनिवर्सिटी विवादों में आई हो. इससे पहले भी हॉस्टल कैंपस से गिरकर एक छात्र की मौत और रैगिंग के मामलों ने यूनिवर्सिटी को सुर्खियों में रखा था. छात्र संगठनों ने पहले भी कैंपस में सीसीटीवी लगाने का विरोध किया था. अब सवाल उठता है कि क्या प्रशासन इस बार कोई सख्त कदम उठाएगा? शिक्षा मंत्री के खिलाफ ऐसा बड़ा प्रदर्शन राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय बन सकता है. देखना होगा कि इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन और सरकार क्या कदम उठाती है.


