दिल्ली में वायु प्रदूषण में मामूली सुधार, कई जगहों पर AQI की स्थिति अब भी बेहद खराब
दिल्ली की वायु गुणवत्ता सातवें दिन भी ‘बेहद खराब’ बनी रही. कई क्षेत्रों में AQI ‘गंभीर’ स्तर पर पहुंचा, जबकि NCR में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित रहा. वाहन उत्सर्जन, पराली और मौसम परिवर्तन प्रदूषण बढ़ा रहे हैं, साथ ही कोहरे की चेतावनी जारी है.

नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इस समय गंभीर प्रदूषण संकट से जूझ रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा जारी शुक्रवार सुबह के आंकड़े बताते हैं कि शहर की हवा में हल्का सुधार जरूर देखा गया, लेकिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 373 दर्ज हुआ, जो अब भी ‘बेहद खराब’ (Very Poor) श्रेणी में आता है. यह लगातार सातवां दिन है जब दिल्ली की हवा इसी श्रेणी में बनी हुई है. राजधानी में सुबह से ही घनी धुंध की परत छाई रही, जिसने प्रदूषण के असर को और स्पष्ट किया.
राजधानी के कई इलाके ‘गंभीर’ श्रेणी में
सीपीसीबी के ‘समीर’ ऐप के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कुल 39 वायु निगरानी स्टेशनों में से 13 स्टेशनों ने वायु गुणवत्ता को ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया. वजीरपुर इस सूची में सबसे अधिक प्रभावित रहा, जहां AQI 442 दर्ज किया गया.
एयर क्वालिटी इंडेक्स के मानक के अनुसार:
0–50: अच्छा
51–100: संतोषजनक
101–200: मध्यम
201–300: खराब
301–400: बहुत खराब
401–500: गंभीर
इन मानकों के मुताबिक, बड़े हिस्से में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. केवल तीन स्थानदिलशाद गार्डन स्थित IHBAS (255), लोधी रोड (286) और मंदिर मार्ग (278) ऐसे रहे जहां AQI ‘खराब’ श्रेणी के आसपास था. बाकी अधिकांश क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब या गंभीर स्तर पर रही.
प्रदूषण हॉटस्पॉट में हालात और खराब
दिल्ली के प्रमुख प्रदूषण प्रभावित क्षेत्रों—आनंद विहार (412), बवाना (430), बुराड़ी क्रॉसिंग (404), जहांगीरपुरी (433), मुंडका (435), नरेला (408), आर.के. पुरम (406) और रोहिणी (421)—में AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज हुआ. लगातार बिगड़ती हवा ने लोगों की सांसें और भी मुश्किल बना दी हैं.
सीपीसीबी के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली का AQI 391 था, जो ‘गंभीर’ सीमा के बिल्कुल करीब था. उसी तरह बुधवार को यह आंकड़ा 392 और मंगलवार को 374 पर था. इससे साफ है कि राजधानी की हवा लगातार कई दिनों से बेहद खराब स्तर पर अटकी हुई है.
प्रदूषण के कारण
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार को दिल्ली के कुल प्रदूषण में वाहनों से होने वाले उत्सर्जन का हिस्सा करीब 17.3 प्रतिशत रहा. वहीं, पराली जलाने का योगदान 2.8 प्रतिशत रहा. शुक्रवार को वाहन प्रदूषण का अनुमानित योगदान 16.2 प्रतिशत और पराली का 1.8 प्रतिशत रहने का आकलन किया गया है. इससे साफ है कि बदलते मौसम के साथ-साथ स्थानीय स्रोत दिल्ली की हवा को और खराब कर रहे हैं.
एनसीआर में सबसे ज्यादा प्रदूषण गाजियाबाद में
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के शहर भी इस प्रदूषण संकट से अछूते नहीं हैं. गाजियाबाद का AQI 431 दर्ज किया गया, जिससे वह सबसे प्रदूषित शहर बना. फरीदाबाद में AQI 242 रहा, जो अपेक्षाकृत कम है, लेकिन फिर भी ‘खराब’ श्रेणी में आता है. गुरुग्राम का स्तर 294 पाया गया.
नोएडा की स्थिति लगभग ‘गंभीर’ श्रेणी तक पहुंच गई, जहां AQI 400 रहा. ग्रेटर नोएडा की गुणवत्ता 377 रही, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है.
कोहरे की चेतावनी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.9 डिग्री कम है. वहीं, अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 0.4 डिग्री अधिक है.
आईएमडी ने शुक्रवार के लिए मध्यम कोहरे की चेतावनी जारी की है, साथ ही अधिकतम तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है. मौसम में गिरावट के साथ कोहरा और प्रदूषण का मेल आने वाले दिनों में स्थिति को और चुनौतीपूर्ण बना सकता है.


